Fact Check: सीएम शिवराज का 3 साल पुराना वीडियो हाल का बताकर किया जा रहा वायरल  

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2019 का है। जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर करते हुए वायरल किया जा रहा है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में शिवराज सिंह को बालिकाओं के शौचालय से बाहर आते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर यूजर्स हाल का बताकर शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2019 का है। जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर करते हुए वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Vijay Rani Congress ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिला शौचालय में शौंच करते हैं।”

इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स इससे मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो Global Herald News नामक एक यूट्यूब चैनल पर 29 अप्रैल 2019 को अपलोड मिली। Bhopal Samachar नामक एक यूट्यूब चैनल ने भी इस वीडियो को साल 2019 में शेयर किया था।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट पत्रिका की वेबसाइट पर 28 अप्रैल 2019 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, साल 2019 में रीवा में एक चुनावी सभा के दौरान प्रशासन व भाजपा नेताओं द्वारा पूर्व से व्यवस्था न करने के कारण मजबूरी में शिवराज सिंह को महिलाओं के लिए स्कूल में बने शौचालय का प्रयोग करना पड़ा था।

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने नईदुनिया के मध्य प्रदेश के ब्यूरो चीफ धनंजय प्रताप सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। वीडियो साल 2019 चुनाव के दौरान का है।

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। यूजर की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर दिल्ली का रहने वाला है और फेसबुक पर यूजर के 757 फ्रेंड्स मौजूद है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2019 का है। जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर करते हुए वायरल किया जा रहा है। 

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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