Fact Check: आम आदमी पार्टी की रैली में नहीं शामिल हुए 25 करोड़ लोग, द न्यूयॉर्क टाइम्स का एडिटेड स्क्रीनशॉट हुआ वायरल
विश्वास न्यूज की पड़ताल में द न्यूयॉर्क टाइम्स को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल स्क्रीनशॉट को कम्प्यूटर द्वारा एडिट कर बनाया गया है।
- By: Pragya Shukla
- Published: Apr 4, 2022 at 01:53 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर द न्यूयॉर्क टाइम्स का एक स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है। स्क्रीनशॉट पर लिखा हुआ है, “आम आदमी पार्टी ने एक राजनीतिक रैली में सबसे ज्यादा लोगों को इकट्ठा करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया।” साथ ही नीचे उप-शीर्षक में लिखा हुआ है, ‘गुजरात में अरविंद केजरीवाल की रैली में 25 करोड़ लोग शामिल हुए थे।’ इस स्क्रीनशॉट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि केजरीवाल ने करोड़ों रुपए देकर इस खबर को द न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित करवाया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल स्क्रीनशॉट को कंप्यूटर द्वारा एडिट कर बनाया गया है।
क्या है वायरल पोस्ट में ?
ट्विटर यूजर हम लोग We The People ने वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा है, “ये अमेरिका का ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ अखबार है। घोर वामपंथी समाचार पत्र है। दिन और रात भारत के खिलाफ जहर उगलता है। धुर्त केजरीवाल ने करोड़ो रूपये का विज्ञापन देकर इस अखबार मे खबर छपवाई। गुजरात मे केजरीवाल की रैली मे 25 करोड़ लोग पहुंचे” ! अखबार ने इसे ‘विश्व रिकॉर्ड’भी बता दिया।”
सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस स्क्रीनशॉट को समान और मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है। फेसबुक पोस्टप के कंटेंट को यहां ज्योंट का त्यों लिखा गया है। इसके आकाईव्डि वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल –
वायरल स्क्रीनशॉट की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। सोचने वाली बात है कि अगर सच में अरविंद केजरीवाल की रैली में 25 करोड़ लोग शामिल हुए होते तो इससे जुड़ी कोई न कोई खबर भारतीय मीडिया में भी प्रकाशित होती। इसके बाद पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने द न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। हमें वेबसाइट पर भी ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं मिली।
सर्च को आगे बढ़ाते हुए हमने द न्यूयॉर्क टाइम्स के सोशल मीडिया हैंडल को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें द न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। 3 अप्रैल 2022 को द न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारतीय पत्रकार राणा अय्यूब को रिप्लाई करते हुए बताया है कि यह स्क्रीनशॉट फर्जी है। हमारे द्वारा ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की गई है।
अधिक जानकारी के लिए हमने इस रैली को कवर करने वाले गुजरात दैनिक जागरण के गुजरात राज्य ब्यूरो चीफ शत्रुघ्न शर्मा से संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। इतनी मात्रा में वहां पर भीड़ मौजूद नहीं थी और न ही आम आदमी पार्टी द्वारा सबसे ज्यादा लोगों को इकट्ठा करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। वहां पर एक सामान्य रैली व सभा जैसा माहौल था। दो राज्यों के मुख्यमंत्री को लेकर युवाओं में जो आकर्षण होना चाहिए था, वैसा माहौल देखने को नहीं मिला। दोनों मुख्यमंत्री जनता से सीधे संवाद करने से भी बचते नजर आए।
विश्वास न्यूज ने आम आदमी पार्टी के स्पोक्स पर्सन संजीव कुमार निगम से भी संपर्क किया। उन्होंने भी हमें यही बताया कि यह दावा पूरी तरह से गलत है। इस तरह का कोई विज्ञापन हमारे द्वारा नहीं दिया गया है। हमारी पार्टी जो भी करती है, वो सब कुछ जनता के सामने करती है।विश्वास न्यूज ने पूरी तरह पुष्टि करने के लिए द न्यूयॉर्क टाइम्स से मेल द्वारा संपर्क किया है। वहां से जवाब मिलते ही खबर को अपडेट किया जाएगा।
विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर महाराष्ट्र के अमरावती शहर का रहने वाला है। यूजर नवंबर 2014 से ट्विटर पर सक्रिय है। हम लोग We The People को ट्विटर पर 60 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में द न्यूयॉर्क टाइम्स को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल स्क्रीनशॉट को कम्प्यूटर द्वारा एडिट कर बनाया गया है।
- Claim Review : ये अमेरिका का 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' अखबार है। घोर वामपंथी समाचार पत्र है। दिन और रात भारत के खिलाफ जहर उगलता है। धुर्त केजरीवाल ने करोड़ो रूपये का विज्ञापन देकर इस अखबार मे खबर छपवाई।
- Claimed By : हम लोग We The People
- Fact Check : झूठ
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