कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का हर आठवां दिन विश्राम दिवस के तौर पर पहले से तय है। 23 सितंबर से पहले 15 सितंबर को भी यात्रा ने ब्रेक लिया था, जबकि पीएफआई पर छापों की कार्रवाई 22 सितंबर को हुई है। यात्रा के ब्रेक का पीएफआई द्वारा बुलाई गई हड़ताल से कोई संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने करीब 350 किमी के सफर के बाद 23 सितंबर को ब्रेक लिया था। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें यूजर्स दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस ने पीएफआई के समर्थन में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ रोकी है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के ब्रेक को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। 23 सितंबर को विश्राम दिवस पहले से तय था, जबकि पीएफआई पर छापों की कार्रवाई 22 सितंबर को शुरू हुई है। सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के मकसद से गलत दावा किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर Sudheer Singh (आर्काइव लिंक) ने 23 सितंबर को पोस्ट किया,
PFI के समर्थन मे कांग्रेस ने आज अपनी भारत जोड़ो की पद यात्रा रोकी।
यही है कांग्रेस का असली चेहरा
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से गूगल पर इसे ओपन सर्च किया। इसमें हमें 23 सितंबर को जागरण में छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ केरल के त्रिशुर पहुंच चुकी है। आज पदयात्रा का रेस्ट डे है। ब्रेक के बीच में राहुल गांधी दिल्ली पहुंचे हैं। यह यात्रा अब तक करीब 350 किमी का रास्ता तय कर चुकी है।
इंडियन एक्सप्रेस में 15 सितंबर को छपी रिपोर्ट के अनुसार, यात्रा के आठवें दिन गुरुवार को एक ब्रेक लिया गया है। राहुल गांधी और उनके साथी केरल के कोल्लम जिले के पल्लीमुक्कू में आराम कर रहे हैं। 14 सितंबर की रात को यात्रा यहां पहुंची थी। प्रदेश अध्यक्ष वीटी बलराम का कहना है कि यात्रा के पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक, यह ब्रेक लिया गया है। इस यात्रा का अगला विश्राम दिवस 23 सितंबर को होगा।
22 सितंबर को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर 23 सितंबर को यात्रा के विश्राम दिन की जानकारी दी थी।
इससे यह साफ होता है कि 23 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा का रेस्ट डे पहले से तय था। इसके बाद हमने पीएफआई पर हुई कार्रवाई के बारे में सर्च किया। 22 सितंबर को हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर में लिखा है कि एनआईए ने 22 सितंबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यालयों पर छापों की कार्रवाई शुरू की है। 15 राज्यों में छापों की यह कार्रवाई हुई है।
23 सितंबर को एएनआई ने ट्वीट कर पीएफआई द्वारा बुलाई गई एक दिन की हड़ताल की जानकारी दी। इसके मुताबिक, एनआईए के छापों के बाद पीएफआई ने 23 सितंबर को एक दिन के हड़ताल का ऐलान किया था।
इस बारे में हमने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से बात की। उनका कहना है, ‘सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है। यात्रा के हर आठवें दिन को विश्राम दिवस तय किया गया है। यह कार्यक्रम पहले से ही तय है। 23 सितंबर को भी ब्रेक लेने का कार्यक्रम पहले से ही तय था।‘
गलत दावा करने वाले फेसबुक यूजर ‘सुधीर सिंह‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह पश्चिम बंगाल के अंदल में रहते हैं और एक विचारधारा से प्रेरित हैं।
भारत जोड़ो यात्रा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, यह 7 सितंबर को शुरू हुई थी और 12 राज्यों को कवर करेगी। यात्रा 150 दिन में 3500 किमी का सफर तय करेगी।
निष्कर्ष: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का हर आठवां दिन विश्राम दिवस के तौर पर पहले से तय है। 23 सितंबर से पहले 15 सितंबर को भी यात्रा ने ब्रेक लिया था, जबकि पीएफआई पर छापों की कार्रवाई 22 सितंबर को हुई है। यात्रा के ब्रेक का पीएफआई द्वारा बुलाई गई हड़ताल से कोई संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल किया जा रहा है।
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