Fact Check: बिहार में पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वीडियो करीब सवा दो साल पुराना है, एनडीए की सरकार थी उस समय
पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र में सितंबर 2020 में शराब तस्करों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वीडियो उस समय का है। उस दौरान बिहार में जेडीयू-भाजपा (एनडीए) की सरकार थी, जबकि जेडीयू-राजद (महागठबंधन) की सरकार अगस्त 2022 में बनी है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Jan 1, 2023 at 03:16 PM
- Updated: Jan 1, 2023 at 04:14 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मी की पिटाई का एक वीडियो वायरल हो रहा है। एक मिनट के इस वीडियो में कुछ लोग पुलिसकर्मी को बुरी तरह पीट रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि महागठबंधन की सरकार में शराब माफिया ने पुलिसकर्मी को पीटा। इसको शेयर कर यूजर्स बिहार की महागठबंधन सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वायरल वीडियो सितंबर 2020 का है। उस समय बिहार में एनडीए की सरकार थी, जबकि महागठबंधन की सरकार अगस्त 2022 में बनी है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Samira Mishra (आर्काइव लिंक) ने 30 दिसंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
शराब माफिया ने पुलिस वालों को ही धो डाला,
ये कैसा बिहार महागठबंधन की सरकार ने बना डाला?
बीजेपी बिहार (आर्काइव लिंक) के ट्विटर हैंडल से भी इस वीडियो को ट्वीट करते हुए समान दावा किया गया है।
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले बीजेपी बिहार के ट्वीट को देखा। इसमें कमेंट सेक्शन में कुछ यूजर्स ने वीडियो को पुराना बताया है, जब बिहार में जेडीयू-भाजपा (एनडीए) की सरकार थी। इसमें वीडियो को 6 सितंबर 2020 का बताया गया है।
ट्वीट में News18 Bihar Jharkhand के यूट्यूब चैनल के वीडियो का लिंक दिया गया है। यह वीडियो 6 सितंबर 2020 को अपलोड किया गया है। इसमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। वीडियो न्यूज के अनुसार, वायरल वीडियो पटना का है। वहां शराब माफिया एक पुलिसकर्मी को घेरकर पीटते हैं। इसके बाद डीजीपी ने मामले का संज्ञान लिया तो 12 लोगों को हिरासत में लिया गया।
वायरल वीडियो से संबंधित खबर को एबीपी के यूट्यूब चैनल पर भी देखा जा सकता है। 6 सितंबर 2020 को इसे अपलोड किया गया है। इसके अनुसार, मामला पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र का है। वहां शराब तस्करों ने दारोगा पर हमला कर दिया और उसे पीटकर लहूलुहान कर दिया। हमला होते देख बाकी पुलिसकर्मी दारोगा को छोड़कर वहां से जान बचाकर भाग गए। मतलब यह वीडियो करीब सवा दो साल पुराना है, हाल-फिलहाल का नहीं।
अब देखते हैं उस समय बिहार में किसकी सरकार थी। 9 अगस्त 2022 को जागरण डॉट कॉम में छपी रिपोर्ट में लिखा है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार बनेगी। नीतीश भाजपा कोटे के मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाकर महागठबंधन को सरकार में मिलाएंगे। नीतीश ने एनडीए गठबंधन से नाता तोड़ते हुए राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले 2015 में राजद और जदयू ने मिलकर सरकार बनाई थी।
9 अगस्त 2022 को एबीपी में छपी खबर के अनुसार, साल 2015 का विधानसभा का चुनाव नीतीश कुमार ने लालू यादव और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाकर लड़ा था। इस चुनाव में महागठबंधन को जीत मिली थी। नीतीश कुमार महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री बने थे। 2017 में जब भ्रष्टाचार के आरोप में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग बढ़ी तो महागठबंधन में दरार आ गई। इसके बाद नीतीश ने 26 जुलाई को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर नीतीश ने भाजपा और सहयोगी पार्टियों की सहायता से सरकार बनाई। 27 जुलाई को वह एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बने। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू कम सीटों पर जीती, लेकिन भाजपा ने उन्हें सीएम की कुर्सी पर बैठाया। अब दो साल बाद फिर मतभेद उभर आए हैं।
इस बारे में दैनिक जागरण पटना के रिपोर्टर अतुल कुमार का कहना है, ‘वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। वीडियो जक्कनपुर थाना क्षेत्र का है। मीठापुर रेलवे लाइन के पास शराब तस्कारों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। उस समय राज्य में जेडीयू-भाजपा की सरकार थी।‘
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाली फेसबुक यूजर ‘समीरा मिश्रा‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह वेस्ट बंगाल के टीटागढ़ में रहती हैं। उनके करीब 4900 फ्रेंड्स हैं।
निष्कर्ष: पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र में सितंबर 2020 में शराब तस्करों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। पुलिसकर्मी की पिटाई का यह वीडियो उस समय का है। उस दौरान बिहार में जेडीयू-भाजपा (एनडीए) की सरकार थी, जबकि जेडीयू-राजद (महागठबंधन) की सरकार अगस्त 2022 में बनी है।
- Claim Review : पुलिसकर्मी को पीटने का यह वीडियो बिहार की महागठबंधन सरकार के समय का है।
- Claimed By : Fb User- Samira Mishra
- Fact Check : भ्रामक
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