Fact Check: BJP नेताओं के बीच मारपीट का पुराना वीडियो AAP सांसद संजय सिंह के नाम से वायरल

बैठक के दौरान मारपीट का यह वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर का है। 6 मार्च 2019 को जिला योजना समिति की बैठक के दौरान दिवंगत भाजपा नेता शरद त्रिपाठी का अपनी ही पार्टी के नेता राकेश सिंह बघेल से विवाद हो गया था। इस वीडियो का आम आदमी पार्टी से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में चल रहे चुनाव प्रचार के दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। 1.57 मिनट के इस वीडियो में बैठक के दौरान दो लोगों के बीच जूतम-पैजार हो रही है। इस दौरान वहां पुलिसवाले भी बीच-बचाव कराते दिख रहे हैं। वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की बैठक के दौरान सांसद संजय सिंह ने अपनी ही पार्टी के नेता को पीटा।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो करीब साढ़े तीन साल पुराना है। बैठक में दिवंगत भाजपा नेता शरद त्रिपाठी और भाजपा नेता राकेश सिंह बघेल में विवाद हुआ था। इस वीडियो का ‘आप’ सांसद संजय सिंह से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Polkholtics (आर्काइव लिंक) ने 14 नवंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की मिटिंग चल रही थी जिसमें सांसद संजयसिंह ने अपनी ही पार्टी के नेता को जूते से पीटा…. सामने वाले ने संजयसिंह को जूते से पीटा…. ये दिल्ली नहीं सम्हाल पा रहे हैं और अब गुजरात में सरकार बनाने के ख्वाब देख रहे हैं ।

ट्विटर यूजर Gajendra Singh Rathod (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को सांसद संजय सिंह का बताते हुए ट्वीट किया।

https://twitter.com/Gajendr60200651/status/1591435194971881474

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें ‘जिला योजना समिति जनपद— सन्तकबीर नगर दिनांक— 6/03/2019 स्थान: कलेक्ट्रेट सभागार’ और ‘श्री आशुतोष टंडन गोपाल जी’ लिखा दिख रहा है। मतलब यह वीडियो न तो हाल-फिलहाल का है और न ही दिल्ली का है।

इसके बाद कीवर्ड से हमने गूगल पर इस बारे में ओपन सर्च किया। 7 मार्च 2019 को दैनिक जागरण में इस संबंध में खबर छपी थी। इसमें वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स को देखा जा सकता है। फोटो में कैप्शन लिखा है कि संतकबीर नगर में मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल की अध्यक्षता में आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में भाजपा सांसद और विधायक की आपस में मारपीट हो गई। खबर के अनुसार, जिला योजना समिति की बैठक के दौरान सांसद शरद त्रिपाठी और मेहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच पहले अपशब्दों का प्रयोग हुआ। इसके बाद सांसद जूता निकालकर विधायक की ओर बढ़े और दोनों में मारपीट हो गई।

लाइव हिन्दुस्तान के यूट्यूब चैनल पर 6 मार्च 2019 को अपलोड वीडियो न्यूज में भी वायरल वीडियो के हिस्से को देखा जा सकता है। इसके अनुसार, मामला उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर का है। वहां जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। इस दौरान नेता आपस में मारपीट पर उतर आए। कहासुनी के बाद सांसद शरद त्रिपाठी ने मेहन्दावल के विधायक राकेश सिंह बघेल को जूते से पीटना शुरू कर दिया। विवाद के दौरान प्रभारी मंत्री बैठक में मौजूद थे।

6 मार्च 2019 को एएनआई ने भी वीडियो के एक हिस्से को ट्वीट किया है। इसमें जानकारी दी गई है कि संतकबीर नगर में भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी और भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। विवाद प्रोजेक्ट के फाउंडेशन स्टोन पर नाम को लेकर हुआ था।

19 जनवरी 2021 को लाइव हिन्दुस्तान में खबर छपी है कि जूता कांड के मामले में शरद त्रिपाठी और राकेश सिंह बघेल को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। हाईकोर्ट ने पुलिस की फाइनल रिपोर्ट को मंजूर करते हुए केस को खत्म कर दिया है। दोनों नेताओं के खिलाफ जारी अरेस्ट वारंट को भी कैंसल कर दिया गया है।

1 जुलाई 2021 को आज तक में छपी खबर के अनुसार, संतकबीरनगर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया है। लिवर में दिक्कत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बैठक के दौरान हुए जूताकांड के बाद वह सुर्खियों में आए थे।

3 फरवरी 2022 को नवभारत टाइम्स में खबर छपी है कि भाजपा ने विधायक राकेश सिंह बघेल को इस बार टिकट नहीं दिया है। उनकी जगह निषाद पार्टी के टिकट पर अनिल कुमार त्रिपाठी को मौका मिला है। भाजपा से गठबंधन के बाद यह सीट निषद पार्टी के खाते में गई है। राकेश सिंह जूताकांड के बाद चर्चा में आए थे।

इस बारे में हमने गोरखपुर के स्थानीय पत्रकार धीरेंद्र से बात की। उनका कहना है, ‘वीडियो तीन साल से ज्यादा पुराना है। इसमें बैठक के दौरान पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी और पूर्व भाजपा विधायक राकेश सिंध बघेल में मारपीट हो गई थी। मामला लोकसभा चुनाव 2019 से पहले का है। इसके बाद काफी बवाल हुआ था। लोकसभा चुनाव 2019 में शरद त्रिपाठी को संतकबीर नगर से टिकट नहीं मिला था।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘पोलखोलटिक्स‘ को हमने स्कैन किया। 8 जून 2020 को बने इस पेज को 515 लोग फॉलो करते हैं।

विश्वास न्यूज पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: बैठक के दौरान मारपीट का यह वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर का है। 6 मार्च 2019 को जिला योजना समिति की बैठक के दौरान दिवंगत भाजपा नेता शरद त्रिपाठी का अपनी ही पार्टी के नेता राकेश सिंह बघेल से विवाद हो गया था। इस वीडियो का आम आदमी पार्टी से कोई संबंध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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