Fact Check : पीएम मोदी का 2016 का वीडियो गलत संदर्भ के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। पीएम मोदी के पुराने भाषण के एक हिस्‍से को काटकर गलत संदर्भ और झूठे दावे के साथ वायरल किया गया।

Fact Check : पीएम मोदी का 2016 का वीडियो गलत संदर्भ के साथ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 20 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसे वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि ईवीएम को लेकर नरेंद्र मोदी ने कथित बयान प्रधानमंत्री बनने से पहले दिया था। वीडियो में पीएम मोदी को यह बोलते हुए सुना और देखा जा सकता है, ‘भाइयों और बहनों। अरे दुनिया के पढ़े-लिखे देश भी। जब चुनाव होता है ना तो बैलेट पेपर पर नाम पढ़कर फिर ठप्‍पा मारते हैं आज भी। अमेरिका में।’ वायरल वीडियो के साथ ऐसा दावा किया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने से पहले ईवीएम पर शंका जता रहे हों। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच की। वायरल वीडियो यूपी के मुरादाबाद में 3 दिसंबर 2016 को हुए एक रैली का है, जबकि नरेंद्र मोदी 2014 में ही प्रधानमंत्री बन गए थे। जांच में यह भी पता चला कि पीएम मोदी ने ईवीएम की तारीफ करते हुए विदेशों के चुनाव का जिक्र किया था, ना कि ईवीएम पर शंका जताई थी।

क्‍या हो है वायरल

फेसबुक यूजर भास्‍कर यादव विद्रोही ने 28 मार्च को पीएम मोदी का वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ‘प्रधानमंत्री बनने से पहले ईवीएम के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी जी का एक पुराना बयान बड़ी मुश्किल से मिला है। जरूर सुनिए। #BanEVM’

वीडियो को एडिट करके स्‍माइली का यूज करते हुए इसके ऊपर लिखा गया : ‘प्रधानमंत्री बनने से पहले EVM के बारे में। ये बहुत बड़ा नौटंकीबाज है।’

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल्‍स का इस्‍तेमाल किया। वायरल वीडियो में से कुछ ग्रैब्‍स निकाल के यान्‍डेक्‍स और गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। अलग-अलग कीवर्ड का इस्‍तेमाल करके सर्च करने पर ओरिजनल वीडियो नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 3 दिसंबर 2016 को लाइव किया गया था। वीडियो यूपी के न्‍यू मुरादाबाद में हुए परिवर्तन रैली का था। ओरिजनल वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी को 55:11 से लेकर 55:50 के बीच यह बोलते हुए सुना जा सकता है : ‘हमारा देश गरीब है। लोग अनपढ़ है। लोगों को कुछ आता नहीं है। भाइयो और बहनों। अरे दुनिया के पढ़े-लिखे देश भी। जब चुनाव होता है ना तो बैलेट पेपर पर नाम पढ़कर फिर ठप्‍पा मारते हैं आज भी। अमेरिका में भी। ये हिंदुस्‍तान है। जिसको आप अनपढ़ कहते हो, गरीब कहते हो। वह बटन दबाकर वोट देना जानता है।’ पूरा वीडियो यहां देखें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे भाजपा यूपी के प्रवक्‍ता अवनीश त्‍यागी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि पीएम मोदी से जुड़ी वायरल पोस्‍ट फेक है। दरअसल इस वीडियो में वे ईवीएम के समर्थन में बोल रहे थे।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर भास्कर यादव विद्रोही की सोशल स्‍कैनिंग की गई। इसी अकाउंट से पीएम मोदी के पुराने भाषण के एक हिस्‍सा को काट कर फर्जी दावे के साथ वायरल किया गया। यूजर को 11 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। पीएम मोदी के पुराने भाषण के एक हिस्‍से को काटकर गलत संदर्भ और झूठे दावे के साथ वायरल किया गया।

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