विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भूख-हड़ताल का दावा झूठा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन से जुड़ी एक फेक पोस्ट वायरल हो रही है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए दावा किया जा रहा है कि निलंबित सांसद भूख-हड़ताल भी कर रहे हैं और सरेआम खाना भी खा रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की तो सच कुछ और ही सामने आया। दरअसल 12 निलंबित सांसद निलंबन के खिलाफ गांधी प्रतिमा के सामने कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भूख-हड़ताल वाली बात पूरी तरह गलत है। इसलिए विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित होती है।
फेसबुक यूजर अनिल डागर ने 5 दिसंबर को एक तस्वीर को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘Save India!! निलंबित सांसदों की भूख हड़ताल जारी, कैसे जनता को बेबकूफ बनाते हैं ये।गाँधी जी की नजरें भी झुक गईं!!’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आकाईव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी पोस्ट को वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच करने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च का सहारा लिया। संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर हमें कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं। इसमें बताया गया कि राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन के विरोध में विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इंडिया टीवी की 6 दिसंबर की रिपोर्ट यहां देखी जा सकती है।
इसी तरह एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर एक दिसंबर 2021 को एक खबर मिली। इसमें भी बताया गया कि शीतकालीन सत्र में राज्यसभा से 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दल गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। यह रिपोर्ट यहां देखी जा सकती है।
किसी भी मीडिया रिपोर्ट में हमें भूख-हड़ताल की कोई खबर नहीं मिली।
जांच के दौरान हमने दैनिक जागरण के ईपेपर को स्कैन करना शुरू किया। जागरण के नेशनल एडिशन में हमें 7 तारीख के अखबार में एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के इश्यू पर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रदर्शन किया।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो चीफ आशुतोष झा से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि निलंबित सांसद विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं। भूख-हड़ताल जैसी कोई सूचना नहीं आई है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट को लेकर कांग्रेस के मीडिया को-ऑर्डिनेटर प्रमुख संजीव सिंह से संपर्क किया। उन्होंने वायरल पोस्ट के दावे को फर्जी बताया।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर अनिल डागर की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि ये एक राजनीतिक दल से जुड़े हैं। दिल्ली के रहने वाले इस यूजर के पांच हजार से ज्यादा दोस्त हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। 12 सांसदों के निलंबन पर विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भूख-हड़ताल का दावा झूठा है।
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