Fact Check: राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की 10 साल पुरानी तस्वीर गलत संदर्भ में हुई सोशल मीडिया पर वायरल

विश्वास न्यूज़ ने वायरल तस्वीर की जांच की और पाया कि यह तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2011 की है। जिसे लोग अब गलत संदर्भ में शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राहुल गांधी का एक पार्टी का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। अब इसी से जोड़कर एक तस्वीर को हालिया बताते हुए शेयर किया जा रहा है। तस्वीर में राहुल गांधी के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिखाई दे रहे हैं। इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है, ‘नेपाल राजवंश में रिश्तेदारी होने के बावजूद वहां केंद्रीय मंत्री सिंधिया को राहुल के सामने कोई पूछ नहीं रहा।’ विश्वास न्यूज़ ने वायरल तस्वीर की जांच की और पाया कि यह तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2011 की है। जिसे लोग अब गलत संदर्भ में शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Kaushal Dhakad ने 4 मई को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ” राहुल गांधी कुछ नहीं करते, कांग्रेस कुछ नहीं करती मगर सच्चाई अपने आप सामने आ जाती है। नाइट क्लब शादी समारोह में परिवर्तित हो गया और भाजपा नेता भी वहां दिखने लगे।

यह अलग बात है कि नेपाल राजवंश में रिश्तेदारी होने के बावजूद वहां केंद्रीय मंत्री सिंधिया को राहुल के सामने कोई पूछ नहीं रहा।

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स इससे मिलते-जुलते दावों को शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल एडवांस सर्च के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक रिपोर्ट hindustantimes.com की वेबसाइट पर 15 अक्टूबर 2011 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, “थिंपू के चांग लाइम थांग स्टेडियम में राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और रानी जेट्सन पेमा के रिसेप्शन के दौरान एआईसीसी महासचिव राहुल गांधी और एमओएस ज्योतिरादित्य सिंधिया भूटान के पूर्व राजा जिग्मे दोरजी वांगचुक के साथ। ” खबर में वायरल फोटो के साथ-साथ इससे जुडी कई और तस्वीरों को भी देखा जा सकता है।

dailymail.co.uk की 4 जनवरी 2016 की एक रिपोर्ट में मिली। इस रिपोर्ट में भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और रानी जेट्सन पेमा की कई तस्वीरें हैं, उन्हीं में हमें वायरल फोटो भी मिली।

यह तस्वीर इसी डिस्क्रिप्शन के साथ alamy.com की वेबसाइट पर भी 15 अक्टूबर 2011 अपलोड मिली। gettyimages.co.nz की वेबसाइट पर भी वायरल तस्वीर के साथ और तस्वीरें भी देखी जा सकती है। 

अक्टूबर 2011 में भारत में यूपीए सरकार सत्ता में थी और ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र में मंत्री थे। मार्च 2020 में सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन की। मध्य प्रदेश के गुना से सांसद सिंधिया इसके पहले कांग्रेस में थे।

इस विषय में पुष्टि के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस के यूपी प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। उनके साथ हमने वायरल पोस्ट के लिंक को भी शेयर किया। उन्होंने हमें जानकारी देते हुए बताया की यह तस्वीर पुरानी है। कुछ लोगों के द्वारा राहुल गांधी और कांग्रेस की छवि खराब करने के लिए पुरानी तस्वीर को हालिया बताते हुए वायरल किया जा रहा है। 

जांच के अंतिम दौर में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर राजस्थान के झालावाड़ का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर के 2 हज़ार से ज्यादा फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने वायरल तस्वीर की जांच की और पाया कि यह तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2011 की है। जिसे लोग अब गलत संदर्भ में शेयर कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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