Quick Fact Check: डॉ. हर्षवर्धन की मई 2019 की तस्‍वीर अब कोरोना महामारी के बीच वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। हमें पता चला कि मई 2019 की एक तस्‍वीर को अब जानबूझकर वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। कोरोना महामारी के बढ़ते केसों के बीच सोशल मीडिया पर देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की एक पुरानी तस्‍वीर को वायरल करते हुए भ्रम पैदा करने की कोशिश की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि देश की बदहाल स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था के बीच केंद्रीय मंत्री लूडो खेलने में व्‍यस्‍त हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी इस तस्‍वीर की जांच की थी। पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई थी।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वायरल तस्‍वीर मई 2019 की है। उस वक्‍त दिल्‍ली में चुनाव हुए थे। हमारी जांच में पता चला कि केंद्रीय मंत्री की पुरानी तस्‍वीर को अब गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मोहम्‍मद नयाज अंसारी ने ‘रविश कुमार फैन क्‍लब’ नाम एक ग्रुप में एक मई को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा : ‘केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन बदहाल स्वास्थ्य बेवस्था की पड़ताल करते हुए।’

तस्‍वीर को हालिया मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। इस पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में ओरिजनल तस्‍वीर ट्रिब्‍यून की वेबसाइट पर मिली। इस तस्‍वीर का इस्तेमाल 14 मई 2019 को पब्लिश एक खबर के साथ किया गया था। इसमें डॉक्टर हर्षवर्धन को अपनी पत्‍नी के साथ लूडो गेम खेलते हुए देखा जा सकता है। तस्‍वीर को ट्रिब्‍यून के मुकेश अग्रवाल ने क्लिक की थी। पूरी खबर यहां पढ़ें।

जांच के दौरान विश्‍वास न्‍यूज ने डॉक्‍टर हर्षवर्धन के परिवार से संपर्क किया था। उनकी बेटी की ओर से हमें जानकारी दी गई कि तस्‍वीर पुरानी है। कुछ लोग उनके पिता को बदनाम करने के लिए यह तस्‍वीर वायरल करते रहते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल को विस्‍तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर मोहम्‍मद नयाज अंसारी दरभंगा का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। हमें पता चला कि मई 2019 की एक तस्‍वीर को अब जानबूझकर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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