विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि 2019 में दिए गए दिग्विजय सिंह के भाषण के कुछ हिस्से को काटकर गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने हाल-फिलहाल में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश में चुनाव की सरगर्मी जोरों पर है। यहां चुनाव लड़ रहे हर पार्टी के नेता चुनावी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। इन्हीं सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के इस वीडियो में उन्हें यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार कर रहे हैं। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही है हमारा धर्म।”
17 सेकंड की इस वीडियो क्लिप को इस चुनाव में वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने हिंदू और हिंदुत्व को बदनाम करने के लिए हाल-फिलहाल में यह भाषण दिया। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पता चला कि दिग्विजय सिंह के एक पुराने भाषण के साथ छेड़छाड़ कर चुनाव में वायरल किया जा रहा है। उन्होंने हाल-फिलहाल में ऐसा कोई भाषण नहीं दिया है।
फेसबुक यूजर Kiran Khenwar ने दिग्विजय सिंह के भाषण की एक क्लिप को सात नवंबर को पोस्ट करते हुए लिखा, “हिंदू धर्म और हिंदुत्व को बदनाम करने का ठेका ले रखा है और बात करते हैं देश को बचाने की बेशर्म congress.”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 17 सेकंड के वीडियो को गौर से देखा और सुना। इस वीडियो में राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद दिग्विजय सिंह को यह बोलते हुए सुना जा सकता है कि भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार कर रहे हैं। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही है हमारा धर्म।
विश्वास न्यूज ने इस वीडियो से जुड़े कीवर्ड्स (दिग्विजय सिंह, भगवा वस्त्र, बलात्कार…) के आधार पर इसे यूट्यूब पर सर्च किया। हमें एबीपी न्यूज के वेरिफाइड चैनल पर 17 सितंबर 2019 को अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। करीब 4 साल पुराने इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा गया, “कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इशारों-इशारों में उन साधु-संतों पर निशाना साधा है जिन पर बलत्कार के आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि भगवा वस्त्र पहन कर बलात्कार करते हैं. सनातन धर्म को बदनाम करते हैं. ऐसे लोगों को ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा।”इस वीडियो रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
वीडियो में दिग्विजय सिंह को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही है हमारा धर्म। हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।”
सर्च के दौरान आजतक की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से जुड़ी खबर मिली। 17 सितंबर 2019 को अपलोड इस वीडियो खबर में बताया गया कि दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान दिया।
गूगल ओपन सर्च के दौरान वायरल वीडियो से जुड़ी खबर भास्कर डॉट कॉम पर भी मिली। चार साल पहले प्रकाशित इस खबर में बताया गया कि भोपाल में आयोजित संत समागम में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि राम के नाम पर राजनीति करने वालों ने मठ मंदिरों को अपनी राजनीति का अड्डा बना लिया है, जिन्हें भगवान कभी माफ नहीं करेगा। आज भगवा पहनने वाले चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहने लोग बलात्कार कर रहे हैं। धर्म स्थलों तक पर ये दुराचार करते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ा जा सकता है।
17 सितंबर 2019 को अपलोड यह वीडियो अमर उजाला के यूट्यूब चैनल पर भी मिली। इसमें भी कांग्रेस नेता के विवादित बयान के बारे में बताया गया।
अब तक की पड़ताल में यह साबित हो गया कि दिग्विजय सिंह ने वायरल बयान हाल-फिलहाल में नहीं दिया है। यह 2019 में दिए गए बयान के एक वीडियो की अधूरी क्लिप है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने मध्य प्रदेश से प्रकाशित नईदुनिया के राज्य ब्यूरो प्रमुख धनंजय प्रताप सिंह से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 2019 में एक बयान दिया था। वायरल बयान उसी बयान का एक अधूरा हिस्सा है।
विश्वास न्यूज ने वायरल दावे को शेयर करने वाली फेसबुक यूजर Kiran Khenwar की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर ग्वालियर की रहने वाली हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि 2019 में दिए गए दिग्विजय सिंह के भाषण के कुछ हिस्से को काटकर गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने हाल-फिलहाल में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
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