नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अयोध्या में जैसे-जैसे राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे सोशल मीडिया पर इससे संबंधित पोस्ट भी बढ़ने लगी हैं। इनमें से कुछ पोस्ट फर्जी व भ्रामक भी हैं, जिनकी पड़ताल विश्वास न्यूज कर चुका है। अब एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक क्लॉक टावर पर भगवान श्रीराम का चित्र दिख रहा है। इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो श्रीनगर स्थित लाल चौक का है।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की जांच की तो पता चला कि देहरादून के वीडियो को कुछ सोशल मीडिया यूजर्स श्रीनगर के लाल चौक का बताकर वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में यह वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई।
फेसबुक पेज हिंदू हेल्प लाइन दिल्ली ने एक वीडियो को पोस्ट करते हुए 18 जनवरी 2024 को दावा किया, “श्रीनगर का लालचौक जहाँ तिरंगा भी नही फहराता था आज वहा श्रीराम विराज रहे है …… जय हिंदू राष्ट्र अब हिंदू ही आगे।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो के बारे में जानकारी जुटाने के लिए इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इसके माध्यम से वायरल वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले गए। फिर इन्हें गूगल लेंस टूल में अपलोड करके असली वीडियो की तलाश की गई। गूगल लेंस के जरिए सर्च करने पर वायरल वीडियो से मिलता-जुलता कई वीडियो इंटरनेट पर मौजूद मिला। 15 जनवरी 2024 को एक यूट्यूब चैनल पर इसे अपलोड करते हुए देहरादून का बताया गया।
जांच को आगे बढ़ाते हुए गूगल ओपन सर्च टूल में वीडियो के बारे में खोजा गया। कई मीडिया रिपोर्ट्स में देहरादून के घंटाघर पर एलईडी स्क्रीन और लेजर लाइट का इस्तेमाल किया गया। 16 जनवरी 2024 को पब्लिश ईटीवी भारत की वेबसाइट की खबर में बताया गया, देहरादून का दिल कहा जाने वाला घंटाघर राममयी हो गया है. यहां राम के भजन बज रहे हैं. जिससे हर कोई भक्ति में ओत-प्रोत नजर आ रहा है. इसके अलावा एलईडी स्क्रीन और लेजर लाइटों के जरिए प्राण प्रतिष्ठा में आने का न्योता दिया जा रहा है।
पड़ताल के अगले चरण में गूगल मैप का इस्तेमाल किया गया। यहां देहरादून के घंटाघर के बारे में सर्च करने पर वहां का स्ट्रीट व्यू नजर आया। इसे नीचे देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, देहरादून के रिपोर्टर अंकुर अग्रवाल से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो देहरादून स्थित घंटाघर का है।
दैनिक जागरण, जम्मू व कश्मीर के वरिष्ठ संवाददाता नवीन नवाज ने भी कन्फर्म करते हुए वायरल पोस्ट को फेक बताया।
पड़ताल के अंत में हिंदू हेल्प लाइन दिल्ली के फेसबुक पेज को स्कैन किया गया। इस पेज को पांच हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में श्रीनगर के लाल चौक के नाम पर वायरल वीडियो देहरादून का साबित हुआ।
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