नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। देश में पिछले दिनों कई जगह ईडी के छापे में करोड़ों रुपये पकड़ाए थे। अब सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इसमें नोटों के बंडलों को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में कथित भाजपा समर्थक के घर से 257 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। दरअसल 2021 की खबर से जुड़े वीडियो को अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है। 2021 में यूपी के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापे मारे गए थे। उसी दौरान के वीडियो को कुछ लोग अब वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर नंदन सिंह यादव ने एक वीडियो को पोस्ट करते हुए 12 दिसंबर को लिखा, “उत्तर प्रदेश में कथित भाजपा समर्थक के घर से 257 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। तो सोचिए उनके नेताओं के पास कितने होंगे?”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसके आकाईव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी अलग-अलग प्लेटफार्म पर इसे वायरल कर रहे हैं।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वीडियो को ध्यान से सुना। इसमें बताया गया कि कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापे में करोड़ों रुपये मिले। इस आधार पर हमने जांच को आगे बढ़ाते हुए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। यहां संबंधित कीवर्ड के आधार पर सर्च करने पर हमें कई न्यूज वेबसाइट पर छापे से जुड़ी खबरें मिलीं। सभी खबरें दिसंबर 2021 की थी।
अमर उजाला डॉट कॉम पर 27 दिसंबर 2021 को पब्लिश खबर में बताया गया कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के घर पर महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस और आयकर विभाग की कार्रवाई में करोड़ों रुपए नगद और सोना-चांदी बरामद हुआ। पूरी खबर यहां पढ़ा जा सकता है।
सर्च के दौरान इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। 24 दिसंबर 2021 को अपलोड इस खबर में बताया गया कि आयकर विभाग ने कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के कई ठिकानों पर रेड मारी है।
यूपी तक यूट्यूब चैनल पर 27 दिसंबर 2021 की एक खबर में विस्तार से पीयूष जैन के घर पर छापे को लेकर बताया गया।
पड़ताल के अगले चरण में विश्वास न्यूज ने भाजपा, यूपी के प्रवक्ता अवनीश त्यागी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने बताया कि यह पोस्ट फर्जी है। पुराने वीडियो का इस्तेमाल कुछ लोग भाजपा को बदनाम करने के लिए कर रहे हैं।
जांच के अंत में पुराने वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर नंदन सिंह यादव बक्सर का रहने वाला है। इस अकाउंट को पांच हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। 2021 में यूपी के पीयूष जैन नाम के कारोबारी के यहां पड़े छापे से जुड़ी खबर के वीडियो को अब वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहे वीडियो का हाल-फिलहाल के किसी छापे से कोई संबंध नहीं है।
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