नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मजाक उड़ाने की मंशा से एक वीडियो क्लिप वायरल की जा रही है। इसमें उन्हें खुद को दर्जी बोलते हुए दिखाया गया है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो क्लिप को वायरल करते हुए राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार फैला रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। दरअसल राहुल गांधी के भाषण के एक अंश के साथ छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की गई है। असली वीडियो में राहुल गांधी एक फैशन डिजाइनर से अपनी बातचीत के बारे में बता रहे थे। उसी वीडियो में से कुछ हिस्से को एडिट करके ऐसे वायरल किया गया कि सुनने में लगा कि राहुल गांधी ने खुद को दर्जी बताया है। हमारी जांच में वायरल पोस्ट फर्जी निकली।
फेसबुक यूजर श्याम ने 16 दिसंबर को राहुल गांधी की एक वीडियो क्लिप को अपलोड किया। इसमें स्माइली इमोजी का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया कि मैं एक दर्जी हूं।
वीडियो क्लिप में राहुल गांधी को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “दुनिया मुझे फैशन डिजाइनर कहती है, मगर मैं फैशन डिजाइनर नहीं हूं। मैं एक दर्जी हूं और जब मैं कपड़े को देखता हूं। मुझे आप कोई भी कपड़ा दिखा दो, किसी भी रंग का दिखा दो। जैसे ही मैं कपड़े को देखता हूं, मैं कपड़े को समझ जाता हूं। इसको कैसे काटना है। इसको व्यक्ति के कंधों पर कैसे डालना है। कौन सा रंग कहां जाना चाहिए। यह मेरा हुनर है। यह मेरा काम है। इसको मैं समझता हूं। और मैं आपको कह सकता हूं कि मैं अपने काम को, अपने हुनर को बहुत अच्छी तरह समझता हूं। गहराई से समझता हूं। अब आप अच्छी तरह बात सुनिए। उस कपड़े को एक दर्जी ने बनाया था। वह दर्जी इस व्यक्ति के पिछले कमरे में छिपा हुआ है। उस दर्जी को आप बाहर निकालिए। उसे पेरिस, फ्रांस भेजिए, हम ताली बजाएंगे।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी अलग-अलग प्लेटफार्म पर वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले इसे ध्यान से सुना। वीडियो को अंत तक सुनने से यह क्लियर हो गया कि राहुल गांधी किसी और के कथन के बारे में बता रहे थे। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए इनविड टूल का इस्तेमाल किया गया। इस टूल के माध्यम से वायरल वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले गए। इसके बाद गूगल लेंस से सर्च करने पर असली वीडियो हमें कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला।
11 जून 2018 को लाइव इस वीडियो के बारे में बताया गया कि उस वक्त के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ओबीसी सम्मेलन में भाषण दिया था। पूरे वीडियो को देखने के बाद वायरल क्लिप वाला हिस्सा यहां 2:34 घंटे की टाइमलाइन के बाद मिला। इस वीडियो में राहुल गांधी को एक फैशन डिजाइनर से भारतीय फैशन डिजाइनर के अपमान के बारे में सवाल पूछने की कहानी बताते हुए सुना जा सकता है।
वीडियो को सुनने से पता चला कि जब राहुल गांधी ने उस फैशन डिजाइनर से पूछा कि उन्होंने भारतीय का मजाक क्यों उड़ाया तो वहां से जवाब मिला, “दुनिया मुझे फैशन डिजाइनर कहती है। मगर मैं फैशन डिजाइनर नहीं हूं। मैं एक दर्जी हूं और जब मैं कपड़े को देखता हूं। मुझे आप कोई भी कपड़ा दिखा दो। किसी भी रंग का दिखा दो। जैसे ही मैं कपड़े को देखता हूं। मैं कपड़े को समझ जाता हूं। इसको कैसे काटना है। इसको व्यक्ति के कंधों पर कैसे डालना है। कौन-सा रंग कहां जाना चाहिए। यह मेरा हुनर है। यह मेरा काम है। इसको मैं समझता हूं। और मैं आपको कह सकता हूं कि मैं अपने काम को। अपने हुनर को बहुत अच्छी तरह समझता हूं। गहराई से समझता हूं। अब आप अच्छी तरह बात सुनिए। उस कपड़े को एक दर्जी ने बनाया था। वह दर्जी इस व्यक्ति के पिछले कमरे में छिपा हुआ है। उस दर्जी को आप बाहर निकालिए। उसे पेरिस, फ्रांस भेजिए। हम ताली बजाएंगे।” पूरा वीडियो नीचे देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज से बातचीत में कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के गिरीश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी का वायरल वीडियो एडिटेड है। उनके पुराने वीडियो में से एक अंश एडिट करके वायरल किया गया है। असली वीडियो में राहुल गांधी एक फैशन डिजाइनर से अपनी बातचीत के बारे में बता रहे थे।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर Shyam Jhedu की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर राजस्थान का रहने वाला है। यूजर के दो हजार से ज्यादा फेसबुक फ्रेंड हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी का वायरल वीडियो एडिटेड साबित हुआ। उनके पांच साल पुराने भाषण के एक अंश को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। असली वीडियो में वे एक फैशन डिजाइनर से अपनी बातचीत के बारे में बता रहे थे।
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