Fact Check : राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले वायरल हुआ केसरी सिंह का 2021 का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि केसरी सिंह का पुराना वीडियो अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है। केसरी सिंह का यह वीडियो 2021 के विजयादशमी के शस्‍त्र पूजन कार्यक्रम के दौरान का है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्‍थान में विधानसभा चुनाव का रंग चढ़ चुका है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक इसका असर देखने को मिल रहा है। नेताओं के पुराने वीडियो वायरल करके भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। अब राजस्‍थान लोक सेवा आयोग के विवादित सदस्‍य कर्नल केसरी सिंह का वीडियो विधानसभा चुनाव के बीच वायरल किया जा रहा है। कुछ यूजर्स इसे वायरल करके भ्रम फैला रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। केसरी सिंह का यह वीडियो वर्ष 2021 का है। इसे अब वायरल करके भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर रामनिवास लेगा ने एक वीडियो को 9 अक्‍टूबर को पोस्‍ट करते हुए लिखा कि यह राजस्थान लोक सेवा आयोग के नए सदस्य कर्नल केसरी सिंह जी बने है! एक बार इनका भाषण सुने।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल पर डालकर इसके कीफ्रेम्स निकाले। हमने वीडियो के कीफ्रेम्स पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें वायरल फ्रेम्स पर मिलते-जुलते ढेरों रिजल्ट इंटरनेट पर मिले। ओकेंदरा राणा नाम के एक यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो मिला। 5 मई 2022 को अपलोड इस वीडियो के कैप्‍शन में लिखा गया कि कर्नल केसरी सिंह राठौड़ का यह भाषण सुनकर लाखो राजपूतों का खून खोल उठा।

इस वीडियो से मिले क्लू के आधार पर हमने वायरल वीडियो को इंटरनेट पर और खंगाला। हमें श्‍याम प्रताप इटावा लाखा नाम के एक फेसबुक अकाउंट पर अच्‍छी क्‍वालिटी का यही वीडियो मिला। इसे 29 नवंबर 2021 को पोस्‍ट किया गया था। वीडियो को ध्‍यान से देखने पर हमें एक जगह दीवार पर एक बैनर दिखा। इसमें विजयादशमी शस्‍त्र पूजन अक्‍टूबर 2021 लिखा हुआ नजर आया। मतलब साफ था कि वायरल वीडियो 2021 का है।

हमने इस विषय में राजस्थान में दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ नरेंद्र शर्मा से संपर्क साधा। उन्होंने कन्फर्म किया कि वीडियो पुराना है।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर रामनिवास लेगा के अकाउंट की जांच की गई। यूजर के एक हजार से ज्‍यादा फॉलोअर हैं। इससे ज्‍यादा जानकारी इस अकाउंट पर नहीं मिली।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि केसरी सिंह का पुराना वीडियो अब वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है। केसरी सिंह का यह वीडियो 2021 के विजयादशमी के शस्‍त्र पूजन कार्यक्रम के दौरान का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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