Fact Check : राहुल गांधी के ‘पंप से पैसा निकालने’ वाले बयान के अधूरे वीडियो को वायरल कर किया जा रहा दुष्प्रचार

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी का आधा-अधूरा वीडियो वायरल कर उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरुआत से ही दुष्प्रचार फैलाने वालों के निशाने पर है। इसको लेकर कई एडिटेड वीडियो और फोटोज वायरल किए जा रहे हैं। इनमें से एक वीडियो वायरल कर दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पंप से पैसे निकालने की बात कही है। इसे शेयर कर यूजर्स कांग्रेस नेता का मजाक उड़ा रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी का आधा-अधूरा वीडियो वायरल कर उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। दरअसल, राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र करते हुए पंप का उदाहरण दिया था, लेकिन उनके पूरे बयान में से चुनिंदा हिस्‍सा एडिट करके इसे गलत दावे के साथ वायरल किया गया।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर संतोष मिश्र ने राहुल गांधी के एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, ‘आलू से सोना के बाद पेश है इटेलियन वैज्ञानिक का एक ओर अविष्कार पंप से पैसा।’

इस वीडियो में राहुल गांधी को यह बोलते हुए देखा जा सकता है, ”भाइयों और बहनों पैसे की कोई कमी नहीं है इस देश में। यहां पर हमारे किसान भाई बैठे हैं। आपने वो पंप देखा है न, जो ट्यूबवेल वाला पंप होता है। उसको ऑन करते हो तो पानी निकलता है न, वैसा ही पंप लगा रखा है। हंसो मत। आपकी जेबों में से पैसा निकाल रहा है वो पंप। उधर बटन दबता है। दिल्ली में, मुंबई में बटन दबता है पंप चालू होता है। किसानों की जेब में से पैसा निकलता है। मजदूरों की जेब में से पैसा निकलता है।”

https://twitter.com/ATULjaishreera1/status/1597801142599454720

इस वीडियो को वायरल करते हुए राहुल गांधी का मजाक उड़ाया जा रहा है। पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर भी वायरल किया जा रहा है। आकाईव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने राहुल गांधी के वायरल वीडियो का सच पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का सहारा लिया। असली वीडियो हमें टीवी9 भारतवर्ष के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। 14 नवंबर 2022 को अपलोड इस वीडियो से पता चला कि राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) के दौरान महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक जनसभा को संबोधित किया था। वीडियो को शुरू से देखने से पता चला कि राहुल गांधी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए नोटबंदी और जीएसटी के अलावा अन्‍य इश्‍यू को उठाते हुए जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

वीडियो में 5:50 के बाद राहुल गांधी को बोलते हुए देखा जा सकता है, “किसान को एमएसपी नहीं मिलती। क्‍यों नहीं मिलती। कर्जा माफ नहीं होता। क्‍यों नहीं होता। मजदूर भी यही कहता है। मनरेगा का पैसा नहीं मिलता। काम नहीं मिलता। क्‍यों नहीं मिलता। भाइयों और बहनों पैसे की कोई कमी नहीं है इस देश में। यहां पर हमारे किसान भाई बैठे हैं। आपने वो पंप देखा है न, जो ट्यूबवेल वाला पंप होता है। उसको ऑन करते हो तो पानी निकलता है न, वैसा ही पंप लगा रखा है। हंसो मत। आपकी जेबों में से पैसा निकाल रहा है वो पंप। उधर बटन दबता है। दिल्ली में, मुंबई में बटन दबता है पंप चालू होता है। किसानों की जेब में से पैसा निकलता है। मजदूरों की जेब में से पैसा निकलता है। नोटबंदी की। जीएसटी लगू की। आप किसी भी छोटे व्‍यापारी से पूछ लो। स्‍मॉल मीडियम बिजनेस वाले से पूछ लो।”

वीडियो देखने से स्‍पष्‍ट हो गया कि राहुल गांधी नोटबंदी और जीएसटी के नकारात्‍मक प्रभाव को लेकर बोल रहे थे, लेकिन उनका आधा-अधूरा वीडियो वायरल करके भ्रम फैलाने की कोशिश की गई।

राहुल गांधी का यह वीडियो कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसे 10 नवंबर को अपलोड करते हुए नांदेड का बताया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस प्रवक्‍ता अखिलेश प्रताप सिंह से संपर्क किया। उन्‍होंने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से ट्रोल आर्मी बौरा गई है। एडिटेड वीडियो और तस्‍वीरों को वायरल करके राहुल गांधी की छवि खराब करने की कोशिश जा रही है। इन सबसे कोई असर नहीं पड़ने वाला।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर संतोष मिश्र की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि मध्‍य प्रदेश के जबलपुर का रहने वाला है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि राहुल गांधी के वीडियो से जुड़ी वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। राहुल गांधी नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र करते हुए पंप से पैसे निकालने की बात कही थी। लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स उनके बयान के अधूरे हिस्‍से को वायरल कर रहे हैं। जिससे उनके भाषण का मतलब ही बदल गया।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट