Fact Check : नीता अंबानी का 2023 का पुराना वीडियो अब भ्रामक दावे के साथ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। अयोध्‍या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा के पहले और बाद से ही सोशल मीडिया पर कई फेक और भ्रामक पोस्‍ट वायरल हो रही हैं। अब रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी के एक वीडियो को गलत संदर्भ के साथ वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। नीता अंबानी के वर्ष 2023 के वीडियो को अब वायरल किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर बनने के बाद नीता अंबानी को विदेश में कहना पड़ रहा है कि वे बुद्ध की धरती भारत से आई हैं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो 2023 का है, जबकि राम मंदिर 2024 में बना है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर आशुतोष कुमार ने 15 जनवरी को 14 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया, “क्‍या फायदा इतना बड़ा राम मंदिर बनाने का। जब विदेशों में जाकर कहना पड़े की मैं बुद्ध की धरती भारत से आई हूं।”

पोस्‍ट को समान और मिलते जुलते दावों के साथ दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट के दावे को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई का पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। यहां संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जिसमें उन्‍होंने राम मंदिर पर कोई सवाल उठाया हो। हालांकि, हमें वायरल वीडियो से जुड़ी कुछ खबरें और वीडियो रिपोर्ट जरूर मिली।

जागरण डॉट कॉम पर 19 जुलाई 2023 को पब्लिश क खबर में बताया गया कि नीता अंबानी न्‍यूयार्क में एक कार्यक्रम में कहा, “मैं बुद्ध की धरती, भारत से आती हूं। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ और मेट की पार्टनरशिप को आगे बढ़ाते हुए तथा ‘ट्री एंड सर्पेंट’ प्रदर्शनी को प्रस्तुत करते हुए मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है। प्रारंभिक बौद्ध काल के 600 वर्षों की 125 से अधिक कलाकृतियां इस प्रदर्शनी में देखी जा सकेंगी। बुद्ध की सोच और भारतीय संस्कृति का गहरा संबंध है। बुद्ध के विचार आजतक दुनिया को प्रभावित कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि भारतीय संस्कृति की खूबियों को हम दुनिया तक पहुंचायें और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ भारत तक लेकर आएं।”

इस खबर में कहीं भी राम मंदिर का जिक्र नहीं था। यह खबर 19 जुलाई 2023 को पब्लिश हुई थी, जबकि राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को हुआ है।

नीता मुकेश अंबानी कल्‍चर सेंटर नाम के एक यूट्यूब चैनल पर असली वीडियो मिला। 19 जुलाई 2023 को अपलोड इस वीडियो में बताया गया कि द मेट के कार्यक्रम में नीता अंबानी ने कहा था कि मैं बुद्ध की धरती भारत से आई हूं। नीता अंबानी ने अपने छोटे-से भाषण में कहीं भी राम मंदिर का कोई जिक्र नहीं किया था, जैसा कि वायरल पोस्‍ट में दावा किया गया है।

गौरतलब है कि 22 जनवरी को अयोध्‍या में प्राण प्रतिष्‍ठा सामारोह में मुकेश अंबानी अपनी पत्‍नी नीता अंबानी के साथ पहुंचे थे। विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के दौरान रिलायंस के प्रवक्‍ता से संपर्क किया। उन्‍होंने वायरल पोस्‍ट को गलत बताया। उन्‍होंने कहा कि वायरल वीडियो का राम मंदिर से कोई संबंध नहीं है। यह पुराना वीडियो है।

पड़ताल के अंत में नीता अंबानी के वीडियो को गलत संदर्भ के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर आशुतोष कुमार को पांच हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर हरदोई का रहने वाला है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि नीता अंबानी के वीडियो को गलत संदर्भ के साथ वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है। हमारी जांच में पता चला कि 2023 के वीडियो को राम मंदिर से जोड़ते हुए भ्रम फैलाया जा रहा है।

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