विश्वास न्यूज ने वायरल क्लिप की जांच की। पता चला कि उनके भाषण के एक हिस्से को काटकर गलत दावे के साथ वायरल किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर फिर से गलत दावे के साथ वायरल की जा रही है। इस क्लिप को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने वीडियो वाली बात खुद के लिए कही है।
विश्वास न्यूज ने वायरल क्लिप की जांच की। पता चला कि उनके भाषण के एक हिस्से को काटकर गलत दावे के साथ वायरल किया गया है। जिसे सच मानकर कई सोशल मीडिया यूजर्स वायरल कर रहे हैं।
हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। दरअसल वायरल क्लिप 2021 के एक भाषण की है। अधूरी क्लिप को संदर्भ से हटाकर गलत दावे के साथ वायरल किया गया है। इससे पहले भी एक बार इसे वायरल किया गया था। उस वक्त भी विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी।
एक्स हैंडल समाजवादी प्रहरी ने 16 मार्च को एक क्लिप शेयर करते हुए लिखा, “जब मैं छोटी चोरी करता था, उस दिन मेरी मां ने रोका होता,तो मैं लुटेरा ना बनता। #NarendraModiji (नरेंद्र मोदी)”
वायरल वीडियो के साथ लिखे गए कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पीएम मोदी से जुड़ी वायरल क्लिप की पड़ताल के लिए सबसे पहले इनविड टूल के माध्यम से इसके कई कीफ्रेम्स निकाले। इसके बाद इन्हें गूगल लेंस के जरिए खोजना शुरू किया गया। पूरा वीडियो हमें भाजपा पश्चिम बंगाल के यूट्यूब चैनल पर मिला। इसके कैप्शन से हमें पता चला कि वीडियो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी का है। जहां 10 अप्रैल, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा में लोगों को संबोधित किया था।
पूरा वीडियो देखने से यह स्पष्ट हुआ कि पीएम मोदी ने डाकू-लुटेरे की एक कहानी सुनाते हुए वायरल क्लिप वाली बात कही थी। यह बात उन्होंने खुद के लिए नहीं, बल्कि कहानी के पात्र के लिए कही थी। असली वीडियो में 59 मिनट के बाद पीएम मोदी को पश्चिम बंगाल की सरकार पर हमला बोलते हुए एक डाकू की कहानी सुनाते हुए सुना जा सकता है। इसमें पीएम मोदी कहते हैं, “जब हम छोटे थे, तब एक कथा सुनी थी। उस कथा में एक बहुत बड़ा डाकू-लुटेरा था, उसे फांसी की सजा हुई। जब उसे सजा हुई तो उससे पूछा तुम्हारी आखिरी इच्छा क्या है। उसने कहा कि वो अपनी मां से मिलना चाहता है। जब वो अपनी मां से मिला, तो उसने झपट कर अपनी मां की नाक को काट लिया। इसके बाद लोगों ने उससे पूछा, तुमने ऐसा क्यों किया। तब वह बोला कि जब मैं छोटी चोरी करता था उस दिन अगर मेरी मां ने रोका होता तो मैं इतना बड़ा लुटेरा न बनता।”
विश्वास न्यूज एक बार पहले भी वायरल क्लिप की जांच कर चुका है। उस वक्त भाजपा के डॉक्टर विजय सोनकर शास्त्री सोनकर शास्त्री ने विश्वास न्यूज से बातचीत में वायरल क्लिप को एडिटेड बाते हुए कहा था कि पीएम के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से इस क्लिप को वायरल किया गया है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अंत में वायरल क्लिप को वायरल करने वाले यूजर की जांच की। एक्स हैंडल समाजवादी प्रहरी नाम के इस अकाउंट को अप्रैल 2020 को बनाया गया है। यह लखनऊ से संचालित होता है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी से जुड़ी वायरल क्लिप एडिटेड साबित हई। उनके वीडियो के एक अंश को संदर्भ से काटकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
एक्स हैंडल समाजवादी प्रहरी
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