Fact Check : ‘30 दिन का मास्‍क चेकिंग अभियान’ नाम से वायरल मैसेज फेक है, उत्तराखंड पुलिस नहीं चला रही है ऐसा कोई अभियान

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल मैसेज झूठा निकला। उत्तराखंड पुलिस द्वारा मास्क चेकिंग का 30 दिन का ऐसा कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। उत्तराखंड पुलिस के नाम से एक फर्जी मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया गया है कि पूरे उत्तराखंड में पुलिस की ओर से 30 दिन का विशेष मास्‍क चेकिंग अभियान चलेगा।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह मैसेज यूपी पुलिस के नाम से पहले भी वायरल हो चुका है, जिसकी विश्‍वास न्‍यूज पड़ताल कर चुका है। हमारी जांच में वायरल मैसेज फर्जी निकला। उत्तराखंड पुलिस द्वारा मास्क चेकिंग का 30 दिन का ऐसा कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर पंकज वर्मा आप ने एक पोस्‍ट लिखते हुए दावा किया : ‘आज प्रातः 9 बजे से Uttrakhand के सभी थाना क्षेत्रों में मास्क चैकिंग का 30 दिनों का अभियान चलेगा सभी शहर एवं ग्रामवासी मास्क का प्रयोग करें और चालान की कार्यवाही से बचें और साथ ही 10 घंटे की अस्थाई कारावास (जेल) सजा से भी बचे। निवेदक – उत्तराखंड पुलिस द्वारा जनहित में जारी…’

यह फेसबुक पोस्‍ट 28 फरवरी को की गई। इसका आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल सर्च में वायरल मैसेज के आधार पर संबंधित खबरों को खोजना शुरू किया। हमें कहीं भी ऐसी खबर नहीं मिली, जिसमें 30 दिन का विशेष अभियान की बात कही गई हो। हालांकि, हमें एक ऐसी खबर मिली, जिसमें बताया गया कि मास्‍क पहनना अनिवार्य है। वरना पकड़े जाने पर जुर्माना लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, मास्‍क को कूड़ेदान के बाहर व सड़कों पर इधर-उधर फेंकने पर भी जुर्माने का प्रावधान किया गया है। जागरण डॉट कॉम ने इससे संबंधित खबर 25 फरवरी 2021 को पब्लिश की थी। यह खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने उत्तराखंड पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालना शुरू किया। हमें उत्तराखंड पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस संबंध में एक ट्वीट मिला। 27 फरवरी को किए गए इस ट्वीट में उत्तराखंड पुलिस की ओर से वायरल मैसेज का खंडन करते हुए इसे फेक बताया गया।

ज्‍यादा जानकारी के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के देहरादून ऑफिस से संपर्क किया। क्राइम रिपोर्टर सोबन सिंह गुसाईं ने इस संबंध उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से बात की तो उन्‍होंने बताया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा मास्क चेकिंग का 30 दिन का ऐसा कोई भी अभियान नही चलाया जा रहा है और न ही ऐसी कोई सूचना प्रसारित की गई है। अतः ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें, जो भी इस प्रकार की भ्रामकता फैलाएगा, उसके विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।

जांच के अंतिम दौर में हमने फर्जी मैसेज वायरल करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर पंकज वर्मा आप ऋषिकेश का रहने वाला है। यह एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल मैसेज झूठा निकला। उत्तराखंड पुलिस द्वारा मास्क चेकिंग का 30 दिन का ऐसा कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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