Fact Check : बहादुरगढ़ में तीन साल पहले हुई घटना की खबर को अब वायरल करके फैलाया जा रहा है झूठ

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि तीन साल पहले की घटना से जुड़ी खबर को अब वायरल करके भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।

Fact Check : बहादुरगढ़ में तीन साल पहले हुई घटना की खबर को अब वायरल करके फैलाया जा रहा है झूठ

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। पंजाब-हरियाणा सीमा पर किसानों के आंदोलन के बीच सोशल मीडिया पर एक खबर की कंटिंग वायरल हो रही है। इसे शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स किसान आंदोलन पर प्रश्‍न खड़ा कर रहा है। खबर में बताया गया है कि बहादुरगढ़ के मेन बाजार में किसान आंदोलन में पंजाब से आए 3 युवकों ने एक ज्‍वैलरी शॉप पर डकैती की कोशिश की।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि तीन साल पहले की घटना से जुड़ी खबर को अब वायरल करके भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। हमारी जांच में पता चला कि फरवरी 2021 में बहादुरगढ़ में यह घटना हुई थी। हाल फिलहाल में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

एक्‍स हैंडल जितेंद्र प्रताप सिंह ने 29 फरवरी को एक अखबार की पुरानी खबर को पोस्‍ट करते हुए लिखा कि इन्हें किसान बोले की डकैत बोले।

https://twitter.com/jpsin1/status/1763224608558239807/

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आकाईव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत के लिए सबसे पहले अखबार की वायरल कटिंग की हेडिंग को गूगल ओपन सर्च टूल में खोजना शुरू किया। हमें भास्‍कर डॉट पर पब्लिश एक खबर मिली। तीन साल पुरानी इस खबर में बताया गया, “व्यापारी सुधीर अग्रवाल व सन्नी वर्मा ने बताया कि सोमवार रात आठ बजे बहादुरगढ़ के मेन बाजार में उनकी ज्वैलर्स की दुकान में डकैती डालने का प्रयास किया गया। पर शोरूम के नौकर के घायल होने के बाद भी शोर मचा देने से बाजार के दुकानदार एकत्र हो गए व दो युवकों को काबू कर लिया पर एक लुटेरा किसी तरह से भागने में कामयाब हो गया। दोनों युवकों की पहचान रणबीर निवासी दलुवाडा जिला मोगा पंजाब व रोशम निवासी जाटू जिला फरीदकोट पंजाब के रूप में हुई।”

संबंधित खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।

भास्‍कर डॉट कॉम पर पब्लिश खबर और वायरल खबर में आरोपियों के नाम एक ही हैं। इसी तरह जितनी दुकान पर डकैती का प्रयास किया गया, उनका नाम भी एक नजर आया। इससे यह स्‍पष्ट हो गया कि वायरल कटिंग तीन साल पुरानी घटना से जुड़ी है।

इसी घटना से जुड़ी एक खबर हमें जागरण डॉट कॉम पर भी मिली। इसे 23 फरवरी 2021 को पब्लिश किया गया था। इसमें बताया गया, “देर रात को शहर की पुरानी सब्जी मंडी स्थित एसए ज्वैलर्स के यहां पर तीन बदमाशों ने लूट का प्रयास किया। दो पकड़े गए तथा एक फरार हो गया।” पूरी खबर यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक भास्‍कर, हरियाणा के एक वरिष्‍ठ संपादक से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि दैनिक भास्‍कर की वायरल खबर की कटिंग तीन साल पुरानी है। कुछ लोग इसे अब सोशल मीडिया में वायरल करके भ्रम फैला रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, हरियाणा के वरिष्‍ठ पत्रकार कृष्ण कुमार से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल कटिंग पुरानी है।

अब बारी थी तीन साल पुरानी खबर को अब वायरल करने वाले यूजर की जांच करने की। एक्‍स हैंडल जितेंद्र प्रताप सिंह यूपी का रहने वाला है। यह अकाउंट अप्रैल 2012 को बनाया गया था। इसे 41 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। तीन साल पहले हुई घटना से जुड़ी खबर को कुछ लोग अब वायरल करके किसान आंदोलन पर निशाना साध रहे हैं।

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