Quick Fact Check: कोल्ड ड्रिंक में इबोला वायरस मिलाने का झूठा दावा फिर हुआ वायरल

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में कोल्ड ड्रिंक में इबोला वायरस मिलाने का दावा फर्जी पाया गया है। ये दावा अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट फिर से वायरल हो रही है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें, क्योंकि कंपनी के एक कर्मचारी ने इसमें इबोला वायरस संक्रमित खून मिला दिया है। बिल्कुल यही दावा विश्वास न्यूज़ को फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी एक यूजर की तरफ से मिला है। यूजर ने फैक्ट चेक के लिए विश्वास न्यूज़ को यह दावा भेजा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा पूरी तरह से गलत निकला है।

क्या हो रहा है वायरल

Shiva Porwal नाम के फेसबुक यूजर ने 30 अगस्त को एक पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट में एक तस्वीर पर कुछ टेक्स्ट लिखा है। इस तस्वीर पर लिखा है, ‘’प्लीज सभी मित्रो फोर्वर्ड करे. Hyderabad पुलिस की तरफ़ से पुरे भारत मे सूचना दि गयी है. क्रुपया आने वाले कुछ दिनो तक आप कोई भी कोल्ड ड्रिंक जैसे माज़ा, फैन्टा,7 अप, कोका कोला, mauntain डीओ, पेप्सी, इत्यादि न पिये क्यूकी इसमेसे एक कम्पनी के कामगार ने इसमे इबोला नामक खतरनाक वायरस का दूषित खून इसमे मिला दिया है . ये खबर कल NDTV चैनल मे बतायी थी. आप जल्द से जल्द इस मेसेज को फोर्वर्ड करके मदद करे . ये मेसेज आपके परिवार मे फोर्वर्ड करे . आप जितना हो सके इसे शेअर करे. .धन्यवाद.’

यहां तस्वीर पर लिखी गई बातों को ज्यों का त्यों लिखा गया है। अशुद्धियां भी ठीक नहीं की गई हैं। यहां क्लिक कर पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन देखा जा सकता है।

पड़ताल

यह पहला मौका नहीं है, जब इस तरह का दावा सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हो। पहले भी यूजर इस तरह के दावे को सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर शेयर करते रहे हैं। विश्वास न्यूज़ पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है।

इस वायरल मैसेज में एनडीटीवी का जिक्र किया जा रहा है। दावा किया गया है कि ये खबर एनडीटीवी पर दिखाई गई है। एनडीटीवी के अधिकारियों के मुताबिक, ऐसी कोई खबर उनके चैनल पर नहीं दिखाई गई है।

अपने पड़ताल के क्रम में हम सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की आधिकारिक वेबसाइट पर भी पहुंचे। इस वेबसाइट पर मिले एक नोट में स्पष्ट लिखा है कि आमतौर पर इबोला खाद्य पदार्थों के जरिए नहीं फैलता है। इस नोट में आगे लिखा है कि दुनिया के कुछ हिस्सों में इबोला से संक्रमित जानवरों के शिकार या जंगली जानवरों के मीट के सेवन से फैल सकता है। इस नोट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

इस वायरल मैसेज को लेकर पहले की गई पूरी पड़ताल को यहां नीचे विस्तार से पढ़ा जा सकता है।

हमने इस वायरल दावे को फेसबुक पर शेयर करने वाले यूजर Shiva Porwal की प्रोफाइल को स्कैन किया। यह प्रोफाइल जुलाई 2012 में बनाई गई है। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर कानपुर, यूपी के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में कोल्ड ड्रिंक में इबोला वायरस मिलाने का दावा फर्जी पाया गया है। ये दावा अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है।

False
Symbols that define nature of fake news
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सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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