Quick Fact Check: नारियल के तेल के जरिए डेंगू से बचाव का दावा करने वाली फर्जी पोस्ट फिर वायरल

तिरुपति के श्री साईंसुधा अस्पताल के डॉ. बी. सुकुमार के नाम से किया जा रहा दावा कि नारियल का तेल डेंगू को रोक सकता है, फेक है।

Quick Fact Check: नारियल के तेल के जरिए डेंगू से बचाव का दावा करने वाली फर्जी पोस्ट फिर वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट फिर से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि नारियल के तेल को घुटने से नीचे की तरफ लगाने पर डेंगू की रोकथाम होती है। इस मैसेज को तिरुपति के श्री साईंसुधा अस्पताल के डॉ. बी. सुकुमार के नाम से वायरल किया जा रहा है। Vishvas News ने पहले इसकी पड़ताल की और पाया कि यह वायरल पोस्ट फर्जी है। Vishvas News ने डॉ. बी. सुकुमार से भी बात की। उन्होंने कहा- वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है। डेंगू की रोकथाम के लिए नारियल तेल को इलाज नहीं बताया है।

दावा

यह मैसेज सोशल मीडिया पर एक बार फिर से वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है, “यह मैसेज आप सभी को सूचित करने के लिए है कि डेंगू चल रहा है तो कृपया नारियल तेल का इस्तेमाल अपने घुटनों के नीचे से पंजों तक करें। यह एक एंटीबायोटिक है और डेंगू किसी के घुटनों से ऊपर नहीं उड़ सकता है। इस बात का ख्याल रखें और इस्तेमाल करना शुरू करें। जितना हो सके इस मैसेज को शेयर करें। आपका एक मैसेज कई जीवन बचा सकता है। इस मैसेज का श्रेय श्री साईंसुधा अस्पताल के डॉ. बी. सुकुमार को दिया गया है।

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

Vishvas News ने इस मैसेज को लेकर तिरुपति के श्री साईंसुधा अस्पताल के डॉ. बी. सुकुमार से बात की। उन्होंने कहा, “यह मैसेज फेक है। मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। यह मैसेज मेरे नाम से कई वर्षों से शेयर किया जा रहा है। इसमें मेरा नाम गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। मैंने कभी डेंगू के लिए ऐसा कोई पत्र या स्पेसिफिक नारियल के तेल का प्रिस्क्रिप्शन नहीं लिखा है।”

हमने इस पोस्ट की जांच करने के लिए पहले की तरह तथ्यों की जांच की। पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नारियल तेल डेंगू को रोक सकता है।

यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, वर्जिन नारियल तेल में कुछ रोगाणुरोधी गुण यानी एंटीमाइक्रोबियल प्रोपर्टीज मौजूद होती हैं, लेकिन ऐसा कोई परीक्षण नहीं हैं, जो एक्टिव इन्फेक्शन में प्रभाव साबित कर पाए।

इस पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की सोशल प्रोफाइल हमने स्कैन की। हमने पाया कि नेलिया सालाजार नाम का यूजर फिलीपींस के लेटे का रहने वाला है।

निष्कर्ष: तिरुपति के श्री साईंसुधा अस्पताल के डॉ. बी. सुकुमार के नाम से किया जा रहा दावा कि नारियल का तेल डेंगू को रोक सकता है, फेक है।

False
Symbols that define nature of fake news
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