Quick Fact Check: अलग-अलग महिलाओं के 11 बच्चों की तस्वीर को एक ही मां का बता कर फिर से किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यह तस्वीर असल में 2011 की है जब सूरत के एक IVF सेंटर में अलग-अलग महिलाओं ने 11 बच्चों को जन्म दिया था।

नई दिल्लीः (विश्वास टीम)।सोशल मीडिया पर आज कल फिर से एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक टेबल पर 11 नवजात बच्चों को देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ क्लेम किया जा रहा है कि यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला हॉस्पिटल की है, जहां एक युवती ने 11 पुत्रों को जन्म दिया। विश्वास न्यूज़ ने इस तस्वीर की पहले भी पड़ताल की थी और अपनी पड़ताल में पाया था कि यह दावा गलत है। यह तस्वीर असल में 2011 की है जब सूरत के एक IVF सेंटर में अलग-अलग महिलाओं ने 11 बच्चों को जन्म दिया था।

क्या हो रहा है वायरल?

वायरल पोस्ट में एक तस्वीर है, जिसमें एक टेबल पर 11 नवजात बच्चों को देखा जा सकता है। तस्वीर में बच्चों के साथ कुछ डॉक्टर और नर्सें भी खड़ी हैं। फोटो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला हॉस्पिटल में डिलीवरी हुई सफल एक युवती ने 11 पुत्रों को दिया जन्म विश्व की यह प्रथम घटना सभी हुए पुत्र सभी सुरक्षित है। 8 मार्च को डीलबरी हुई है इसे कहते हैं चमत्कार ईश्वर का 👇👇”

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को ठीक से देखा था। तस्वीर में पीछे एक बैनर लगा था, जिसपर ’21st Century Hospital, Test Tube baby Center, Surat’ लिखा देखा जा सकता था।

इसके बाद हमने ’21st Century Hospital, Test Tube baby Center, Surat’ को इंटरनेट पर ढूंढा तो पाया था कि यह सूरत स्थित एक IVF सेंटर है।

हमने इस विषय में बात करने के लिए सीधा 21st Century Hospital में फ़ोन लगाया था, जहां हमने डॉ. पूर्णिमा नाडकर्णी से बात की थी। उन्होंने हमें बताया था, “यह तस्वीर 11 नवंबर 2011 की है, जब 21st Century Hospital, Test Tube baby Center, Surat में IVF द्वारा कंसीव किये गए 11 बच्चों को अलग-अलग महिलाओं ने जन्म दिया था। यह तारीख 11-11-11 होने के कारण माता-पिता ने इस तारीख को सिजेरियन बर्थ के लिए चुना था। एक महिला द्वारा 11 बच्चों को जन्म दिए जाने वाली बात फर्जी है।”

उस समय 21st Century Hospital ने अपने ब्लॉग में भी यह तस्वीरें डालीं थीं।

इस पोस्ट की विश्वास न्यूज़ ने पहले भी पड़ताल की थी। इस पूरी पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

इस पोस्ट को इस बार ‘लखन सत्तावन मीना’ नाम के एक फेसबुक यूजर ने पोस्ट किया है। इस यूजर के कुल 1,886 फेसबुक फॉलोअर्स हैं। यूजर गुना का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यह तस्वीर असल में 2011 की है जब सूरत के एक IVF सेंटर में अलग-अलग महिलाओं ने 11 बच्चों को जन्म दिया था।

False
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