निष्कर्ष: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऐसी कोई रिपोर्ट रिलीज नहीं कि है जिसमें यह कहा गया हो कि शाकाहारी कोरोना वायरस के संपर्क में नहीं आ सकते हैं। यह पोस्ट फर्जी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में एक भी शाकाहारी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल की और पाया कि WHO ने ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया है। यह वायरल पोस्ट फर्जी है।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें लिखा है कि पूरी दुनिया में एक भी शाकाहारी व्यक्ति कोरोनो वायरस से संक्रमित नहीं है। इस पोस्ट के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को जिम्मेदार ठहराया गया है। आर्काइव पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने इस रिपोर्ट को लेकर जांच की कि क्या विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऐसी कोई भी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें यह कहा गया हो कि दुनिया में एक भी शाकाहारी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। WHO की किसी भी रिपोर्ट में ऐसे किसी भी दावे का उल्लेख नहीं किया गया है।
हमने WHO के भारतीय प्रतिनिधि से बात की। उन्होंने कहा, “यह खबर फर्जी है। WHO ने ऐसी कोई रिपोर्ट साझा नहीं की है।”
WHO के मुताबिक, वायरस के जीनोटिक सोर्स का पता नहीं चला है। जीवित जानवरों के बाजार में जानवरों से होने वाले ट्रांसमिशन को कम करने के लिए निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना जरूरी होता हैं:
अगर कोई व्यक्ति जीवित पशु बाजार, वेट मार्केट या पशु उत्पाद बाजार में जाता है तो उसे सामान्य स्वच्छता के उपायों का अभ्यास करना चाहिए, जिसमें जानवरों और जानवरों के प्रोडक्ट्स को छूने के बाद साबुन और पानी से हाथ धोना, आंख, नाक या हाथों को छूने से बचना और बीमार पशु या खराब पशु उत्पाद के संपर्क से बचना शामिल है। बाजार में रहने वाले जानवरों (रास्ते पर घूमने वाली बिल्लियां, कुत्तों आदि) के साथ किसी भी तरह के संपर्क से बचा जाना चाहिए।
पशु उत्पादों को कच्चा या कम पका हुआ खाने से बचना चाहिए। गुड फूड सेफ्टी प्रैक्टिसेज के अनुसार, कच्चा मांस, दूध या एनिमल ऑर्गेन्स के क्रॉस-कॉन्टैमिनेशन से बचने के लिए उन्हें सावधानीपूर्वक उपयोग करना चाहिए।
त्रिपुरा सरकार के आधिकारिक स्वास्थ्य पोर्टल ने भी इसी तरह का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि कोरोन वायरस से बचने के लिए मांस, मुर्गी, मछली और अंडा खाने से बचना एक मिथक है।
विश्वास न्यूज ने COVID-19 के मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स से बात की।
नई दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. निखिल मोदी ने कहा, “यह कहना गलत होगा कि COVID पॉजिटिव मरीज मांसाहारी होते हैं और शाकाहारी व्यक्ति कोरोना वायरस के संपर्क में नहीं आते हैं। शाकाहारी भी COVID-19 पॉजिटिव मिलते हैं। वेज और नॉनवेज कोई मापदंड नहीं है। फिलहाल तक ऐसी कोई सलाह नहीं दी गई है जो आपको नॉन-वेज खाना खाने से रोके।”
हमने केरल आयुर्वेद के जनरल फिजिशियन डॉ. सजीव कुमार से भी बात की। उन्होंने कहा, “यह सच नहीं है कि कोरोना वायरस शाकाहारियों के संपर्क में नहीं आ सकता है। कोरोना वायरस एक श्वसन वायरस है जो एक संक्रमित व्यक्ति के जरिए फैल सकता है। मांसाहारियों को कोरोना वायरस फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना एक मिथक है जो वैज्ञानिक रूप से निराधार है।”
हमने उस सोशल पेज को स्कैन किया जिसने इस वायरल पोस्ट को शेयर किया था। इस पेज का नाम हिंदुस्तानी हिन्दू है और अभी तक इसके 161,986 फॉलोअर्स हैं।
Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।
निष्कर्ष: निष्कर्ष: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऐसी कोई रिपोर्ट रिलीज नहीं कि है जिसमें यह कहा गया हो कि शाकाहारी कोरोना वायरस के संपर्क में नहीं आ सकते हैं। यह पोस्ट फर्जी है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।