नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) और द इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने वॉर्निंग जारी की है। दावा किया जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ व आईसीएमआर ने कहा है कि भारत कोरोनावायरस की तीसरी स्टेज में दाखिल होने जा रहा है और अगर ध्यान न दिया गया तो मार्च तक कोरोनावायरस से भारत में मौतों का आंकड़ा 50000 के पार पहुंच सकता है। वीडियो में न्यूज24 लाइव का लोगो भी नजर आता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया वायरल वीडियो फर्जी है। फरवरी 2020 से ही यह वीडियो न्यूज 24 लाइव के नकली लोगो के साथ सर्कुलेट हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 2 दिसंबर 2020 तक भारत में कोरोनावायरस के कुल 428644 एक्टिव केस थे, जबकि 138122 मौतें रजिस्टर की जा चुकी थीं। डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी डेटा के अनुसार, 28 मार्च 2020 तक भारत में कुल 909 कन्फर्म्ड केस थे और कुल 19 मौतें रजिस्टर की गई थीं।
डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर दोनों में से किसी ने भी यह पुष्टि नहीं की थी कि भारत मार्च 2020 में कोरोनावायरस की तीसरी स्टेज में दाखिल हो जाएगा और इससे मरने वालों की संख्या 50000 पार कर जाएगी।
क्या है वायरल पोस्ट में?
विश्वास न्यूज को वॉट्सऐप चैटबॉट नंबर 9599299372 पर भी इस वीडियो को फैक्ट चेक करने की रिक्वेस्ट मिली। वीडियो में दावा किया गया है कि डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर ने वॉर्निंग जारी की है कि भारत कोरोनावायरस की तीसरी स्टेज में दाखिल हो जाएगा और इस वक्त अगर संभाल न की गई तो मार्च तक कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 50000 पार कर जाएगी। वीडियो में न्यूज 24 का लोगो भी नजर आता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल शुरू की तो पाया कि हमारे चैटबॉट पर जो वीडियो में दिसंबर 2020 को मिला है, वह वीडियो फरवरी 2020 से सोशल मीडिया पर उपलब्ध है।
हमने यह पता करने की कोशिश की कि क्या फरवरी 2020 में डब्ल्यूएचओ या आईसीएमआर ने ऐसी कोई स्टेटमेंट जारी की थी। हमें लाइवमिंट पर पब्लिश हुई एक न्यूज रिपोर्ट मिली जिसमें आईसीएमआर ने कहा था कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो सकता है, लेकिन इसके केस सामने आने में 20 दिन से एक महीना तक लग सकता है। हालांकि, इसमें कहीं भी यह नहीं कहा गया था कि भारत कोरोनावायरस के तीसरे चरण में दाखिल हो रहा है और मार्च तक देश में कोरोनावायरस से 50000 से ज्यादा लोग जान गंवा देंगे।
हमें डब्ल्यूएचओ की तरफ से ऐसा कोई स्टेटमेंट नहीं मिला, जिसका जिक्र वायरल वीडियो में किया गया है।
विश्वास न्यूज ने WHO SEARO में हेल्थ इमरजेंसीस में तकनीकी ऑफिसर से बात की। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो काफी समय से सर्कुलेट हो रहा है। डब्ल्यूएचओ ने ऐसी कोई स्टेटमेंट फरवरी या मार्च 2020 में जारी नहीं की थी।
हमें अपनी पड़ताल में डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी डेटा मिला। इस डेटा के अनुसार भारत में 28 मार्च 2020 तक 909 कन्फर्म्ड केस थे, जबकि 19 मौतें रजिस्टर की जा चुकी थीं।
मार्च 2020 तक भारत में मौतों का आंकड़ा 50000 पार नहीं हुआ था। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 2 दिसंबर तक भारत में कोरोनावायरस के कुल 428644 एक्टिव केस थे, जबकि 138122 मौतें दर्ज की जा चुकी थीं।
वायरल वीडियो को ध्यान से सुनने पर हमने पाया कि इसमें वॉइस ओवर है और यह फर्जी दिखता है। वीडियो की क्वालिटी भी खराब है और वॉइस ओवर में आवाज भी कई जगह कटती है। वीडियो के ऊपर लोगो अलग से चिपकाया गया है।
निष्कर्ष
डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर दोनों ने ही फरवरी 2020 में यह चेतावनी नहीं दी थी कि भारत में कोरोनावायरस से मार्च 2020 तक मरने वालों की संख्या 50000 पार हो जाएगी। वायरल वीडियो पुराना और फर्जी है।
Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए, क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।
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