नई दिल्ली (विश्वास टीम)।सोशल मीडिया पर आज कल एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोगों को प्लास्टिक की थैलियों में नमक भरते देखा जा सकता है। इन प्लास्टिक की थैलियों पे टाटा नमक लिखा देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि टाटा नमक का निर्माण ऐसे होता है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। यहां टाटा के नाम से घटिया नमक की पैकेजिंग की जाती है। यह वीडियो उसी का है।
CLAIM
वायरल पोस्ट में एक वीडियो है जिसमें कुछ लोगों को प्लास्टिक की थैलियों में नमक भरते देखा जा सकता है। इन प्लास्टिक की थैलियों पे टाटा नमक लिखा देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है “Look at the tata salt manufacturing” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “टाटा नमक निर्माण को देखें।”
FACT CHECK
पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस वीडियो को Invid टूल पर डाला और फिर उसके कीफ्रेम्स निकाले। इन कीफ्रेम्स को फिर हमने गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। सर्च में हमारे हाथ हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर लगी, जिसमें इस वीडियो के एक स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया था। खबर की हेडलाइन थी, “मोहाली में शीर्ष ब्रांडों के नकली उत्पादों का निर्माण करने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़।” खबर के अनुसार, घटना मोहाली के डेरा बस्सी इलाके की है।
ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने डेरा बस्सी पुलिस चौकी के प्रभारी नरपिंदर सिंह से बात की। उन्होंने कहा, ”ये नकली सामान बनाने की फैक्ट्री थी, जिसपे हमने रेड डाली और नकली सामान ज़ब्त किया। हमने फैक्ट्री मालिक को गिरफ्तार कर लिया है और इस बात की जांच कर रहे हैं कि वह मूल ब्रांडों की तरह दिखने वाले पैकेटों को कहां से प्राप्त करता था।”
इसके बाद हमने टाटा केमिकल्स में बात की जहाँ हमें इस विषय में टाटा का ऑफिशियल स्टेटमेंट दिया गया। स्टेटमेंट में लिखा था “ये वीडियो डेरा बस्सी में करीब दो हफ्ते पहले नकली नमक के ऑपरेशन के खिलाफ पंजाब पुलिस के साथ टाटा साल्ट टीम द्वारा की गई छापेमारी का है। यह हमारे द्वारा किए गए कई ऑपरेशनों में से एक है, जो कि जालसाजों के खिलाफ हमारी लड़ाई का हिस्सा है। वीडियो में दिख रहा नमक नकली ब्रांडेड नमक है, जिसे नकली टाटा नमक के पैकेट में पैक किया जा रहा है। इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। टाटा नमक तकनीकी रूप से उन्नत वैक्यूम वाष्पीकरण प्रक्रिया का उपयोग करके प्राकृतिक समुद्री जल से तैयार किया जाता है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए कठोर गुणवत्ता नियंत्रण प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। हमारी कोशिश होती है कि अपने उपभोक्ताओं को उच्च-गुणवत्ता वाला उत्पाद दिया जाये।” असली टाटा नमक की पहचान पूछे जाने पर स्पोकसपर्सन ने हमें बताया, “असली टाटा नमक पानी में पूरी तरह घुल जाता है, जबकि नकली नमक पूरी तरह पानी में नहीं घुलता और पानी में गंदगी छोड़ देता है।” शुद्ध टाटा नमक की जाँच का वीडियो नीचे देखा जा सकता है।
इस विषय में टाटा के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर भी एक पोस्ट मिला जिसमें इस मामले पर टाटा केमिकल्स ने जानकारी दी थी। पोस्ट में लिखा था “एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है जिसमें नमक से भरे हुए नकली पाउच दिखाए गए हैं जो टाटा साल्ट पाउच से मिलते-जुलते हैं। यह वीडियो पंजाब पुलिस के साथ टाटा साल्ट टीम द्वारा डेरा बस्सी में पिछले सप्ताह नकली नमक संचालन के खिलाफ की गई छापेमारी से संबंधित है।”
इस पोस्ट को Festivel Record नाम के एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया था।
निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा गलत है। ये अवैध रूप से चलाए जा रहे नमक निर्माण इकाई का वीडियो है, जहां टाटा नमक के नाम पर घटिया नमक की पैकेजिंग की जाती थी।
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