नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि AIIMS अस्पताल ने कोरोनावायरस व अन्य रेस्पिरेटरीज डिजीजेज के लक्षणों को लेकर स्टेटमेंट जारी की है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट का AIIMS से कोई लेना-देना नहीं है। यह पोस्ट फर्जी है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर Rajkumar Bhati ने यह पोस्ट शेयर की है, जिसमें अंग्रेजी में लिखे टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है — “फर्क नोट कीजिए: 1 सूखी खंसी+छींक=एयर पॉल्यूशन 2 खांसी+म्यूकस+छींक+बहती नाक=कॉमन कोल्ड 3 खांसी+म्यूकस+छींक+नाक बहना+बॉडी पेन+वीकनेस+हलका बुखार=फ्लू 4 सूखी खांसी+छींक+बॉडी पेन+वीकनेस+तेज बुखार+सांस लेने में तकलीफ= कोरोनावायरस। पैथलॉजी डिपार्टमेंट एम्स, दिल्ली। ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।”
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
अपनी पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले हमें एम्स की वेबसाइट व सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस स्टेटमेंट को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन हमें ऐसी कोई आधिकारिक स्टेटमेंट वहां नहीं मिली। कोविड 19 के लिए एम्स ने AIIMS COVID PORTAL के नाम से अलग से पोर्टल बनाया हुआ है, लेकिन हमें इस स्टेटमेंट संबंधी कोई जानकारी वहां भी नहीं मिली।
विश्वास न्यूज ने एम्स के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्ट्मेंट के डॉ. बीआर मिर्धा से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि वायरल पोस्ट फर्जी है, यह काफी पुराना मैसेज है और इसका एम्स से कोई लेना-देना नहीं है।
कोविड 19 अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरीके से प्रभावित कर रहा है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल्स एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, कोविड19 के मरीजों में कई तरह के लक्षण पाए गए हैं। इसमें हल्के लक्षणों से लेकर जानलेवा बीमारी तक शामिल है। वायरस के संपर्क में आने के 2 से 14 दिनों के बीच इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। कोविड19 के लक्षणों में ये शामिल हैं:-
बुखार
खांसी
सांस लेने में तकलीफ
थकान
मसल व बॉडी पेन
सिरदर्द
खाने का स्वाद व सूंघने की क्षमता का कम होना
गले में दर्द
नाक बंद या बहती नाक
उलटी आना
पेट खराब होना
इस लिस्ट में सभी संभावित लक्षण नहीं हैं। जैसे-जैसे कोविड19 के बारे में और जानकारियां मिलती जाएंगी, सीडीसी इस लिस्ट को अपडेट करता जाएगा।
फेसबुक पर इस पोस्ट को Rajkumar Bhati नामक यूजर ने साझा किया है। यूजर की प्रोफाइल स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है।
निष्कर्ष
एम्स के नाम से बताए जा रहे कोरोनावायरस व अन्य वायरस के लक्षणों की इस सूची का एम्स से कोई लेना-देना नहीं है।
Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए ,क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या ) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।
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