Fact Check: कोविड—19 को लेकर आईसीएमआर के नाम पर वायरल हो रही यह एडवाइजरी फर्जी है

कोविड 19 से बचाव के लिए वायरल हो रही एडवाइजरी का आईसीएमआर से कोई संबंध नहीं है, वायरल पोस्ट में किया गया दावा फर्जी है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। कोरोनावायरस के केस देशभर में एक बार फिर से बढ़ते दिख रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के लोगो के साथ कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ नसीहतों की सूची दी गई है। दावा किया जा रहा है कि आईसीएमआर ने यह एडवाइजरी जारी की है।

विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल की और इसे फर्जी पाया। वायरल एडवाइजरी आईसीएमआर ने जारी नहीं की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Bhupendra Bheda ने यह पोस्ट साझा की है, जिसमें अंग्रेजी में लिखे गए टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है: आईसीएमआर की ओर से जारी एडवाइजरी, इसे ध्यान से पढ़ें

  1. विदेश यात्रा दो साल के लिए टालें
  2. एक साल के लिए बाहर का खाना न खाएं
  3. गैरजरूरी शादी ब्याह या अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से बचें
  4. गैरजरूरी ट्रिप्स से बचें
  5. कम से कम एक साल तक भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें
  6. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
  7. जिस व्यक्ति को खांसी हो उससे दूरी बनाएं
  8. मास्क लगा कर रखें
  9. इस एक सप्ताह ज्यादा ध्यान रखें
  10. अपने आसपास गंदगी न होने दें
  11. शाकाहारी भोजन ही खाएं
  12. सिनेमा, मॉल, भीड़ भरे बाजारों में कम से कम छह माह तक जाने से बचें। अगर संभव हो तो पार्क, पार्टी आदि में भी जाने से परहेज करें
  13. इम्युनिटी बढ़ाएं
  14. हज्जाम की दुकान या ब्यूटी सैलून में भी सावधान रहें
  15. गैरजरूरी मीटिंग्स से परहेज करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
  16. कोरोना का कहर जल्द खत्म हो जाएगा
  17. बाहर जाते समय बेल्ट, रिंग, कलाई पर घड़ी न पहनें, घड़ी की जरूरत नहीं है आपके फोन पर समय दिखता है
  18. रूमाल न रखें, जरूरत पड़ने पर हैंड सेनिटाइजर व टिश्यू का इस्तेमाल करें
  19. घर के अंदर जूते न लेकर जाएं
  20. बाहर से घर आते ही सबसे पहले अपने हाथ-पैर साफ करें
  21. जब भी आपको लगे कि आप किसी कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए हैं तो अच्छे से नहा लें।

लॉकडाउन हो या न हो अगले छह से 12 महीनों तक यह एडवाइजरी फॉलो करें। इसे अपने परिवार व दोस्तों के साथ भी साझा करें।
धन्यवाद
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, नई दिल्ली

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले इंटरनेट पर कीवर्ड्स की मदद से इस दावे के बारे में सर्च किया। हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें वायरल एडवाइजरी आईसीएमआर की ओर से जारी करने की बात कही गई हो।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने आईसीएमआर की वेबसाइट व तमाम सोशल मीडिया अकाउंट्स भी खंगाले, लेकिन हमें इन पर भी वायरल एडवाइजरी नहीं मिली।

ज्यादा जानकारी के लिए हमने आईसीएमआर में वायरोलॉजी यूनिट, डिवीजन ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिजीजिस की इंचार्ज व साइंटिस्ट डॉ. निवेदिता गुप्ता से ईमेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने हमें जवाब में बताया कि आईसीएमआर ने अभी तक कोरोना के बढ़ते केसेस को देखते हुए कोई नई एडवाइजरी जारी नहीं की है। वायरल पोस्ट में मौजूद एडवाइजरी का आईसीएमआर से कोई संबंध नहीं है।

वायरल एडवाइजरी में दिए गए कुछ प्वाइंट्स अब तक जारी हुई तमाम एडवाइजरी से मेल खाते हैं। हालांकि, इस एडवाइजरी का आईसीएमआर से कोई संबंध नहीं है।

अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर Bhupendra Bheda की प्रोफाइल को स्कैन करने का। यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर पोरबंदर, गुजरात का रहने वाला है।

निष्कर्ष: कोविड 19 से बचाव के लिए वायरल हो रही एडवाइजरी का आईसीएमआर से कोई संबंध नहीं है, वायरल पोस्ट में किया गया दावा फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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