नई दिल्ली (विश्वास टीम)। आंख की रोशनी चेक करने के आसान तरीके का दावा करने वाला एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में लाल बिंदु है जिसके अंदर एक नंबर लिखा हुआ है। नंबरों को देख सकने की क्षमता के हिसाब से आंख के रोशनी की स्थिति बताने का दावा किया जा रहा है। इस पोस्ट में दावा किया गया है कि रोशनी जांचने का यह तरीका अमेरिकी आंख विशेषज्ञों ने विकसित किया है। पोस्ट में एक डॉक्टर का नाम और संपर्क नंबर भी दिया हुआ है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी पाया गया है।
आंख की रोशनी के आसान टेस्ट का दावा करने वाली यह पोस्ट सोशल मीडिया में शेयर की जा रही है। इस पोस्ट में लाल रंग का एक बिंदु है जिसके अंदर नंबर लिखा हुआ है। पोस्ट के मुताबिक, ‘लाल गोले को करीब से देखिए! अगर आपको 88 नंबर दिखता है तो बायीं आंख कमजोर है, 83 नंबर- दायीं आंख कमजोर है, 38 नंबर- दोनों आंख मजबूत हैं, 33 नंबर- डॉक्टर से संपर्क करें, दोनों आंख कमजोर हैं। यह सबसे अच्छा और आसान टेस्ट है जिसे अमेरिकी नेत्र विशेषज्ञों ने तैयार किया है।’
इस पोस्ट को फेसबुक पर Life Care Clinic नाम के पेज ने शेयर किया है। इस वायरल पोस्ट में डॉक्टर हिमांशु ग्रोवर का नाम और नंबर, दोनों लिखा हुआ है।
विश्वास न्यूज ने इस मामले की पड़ताल की। पहले हमने इससे जुड़ी किसी अमेरिकी नेत्र विशेषज्ञ की स्टडी को ढूंढने की कोशिश की। हमें इस तरह के आंख के टेस्ट से जुड़ी कोई स्टडी नहीं मिली।
लाल बिंदु को आप देखें तो स्पष्ट रूप से सभी को 38 नंबर ही लिखा हुआ नजर आ रहा है। यानी इस तरह का कोई आंख का टेस्ट नहीं है।
विश्वास न्यूज ने इस पोस्ट में दिए गए डॉक्टर हिमांशु ग्रोवर के नंबर पर संपर्क किया। उन्होंने इस तरह के किसी दावे से इंकार किया है।
हमने सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल के डॉक्टर राहिल चौधरी से भी संपर्क किया। उन्होंने भी बताया कि आंखों की जांच के लिए ऐसा कोई टेस्ट नहीं किया जाता।
वायरल पोस्ट फर्जी है। लाल बिंदु में दिख रहे नंबर से आंखों की क्षमता का पता नहीं लगाया जा सकता।
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