Fact Check: टॉनिक वाटर और जिंक कोरोना वायरस को मार सकता है, यह पोस्ट भ्रामक है

टॉनिक वाटर और जिंक कोरोना वायरस को मार सकता है यह पोस्ट भ्रामक है।

Fact Check: टॉनिक वाटर और जिंक कोरोना वायरस को मार सकता है, यह पोस्ट भ्रामक है

सोशल मीडिया में वायरल एक पोस्ट में दावा किया गया है कि 50-100 ग्राम जिंक के साथ टॉनिक वाटर में पाया जाने वाला क्विनिन COVID-19 को मार सकता है। Vishvas News ने इसकी पड़ताल की और पाया कि यह वायरल पोस्ट भ्रामक है।

दावा

ब्रैड मुलिंस नाम के एक यूजर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, “50-100 मिलीग्राम जिंक के साथ टॉनिक वॉटर में पाया जाने वाला क्विनिन रोजाना पीने से COVID-19 को मार जाएगा। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन, क्विनिन का सिंथेटिक वर्जन है। टॉनिक वाटर के साथ ताजा निचोड़ा हुआ नींबू का रस मिलाकर पिएं। आप गोल्डन हो जाओगे।”

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

Vishvas News ने डॉ. निखिल मोदी से कॉन्टैक्ट किया, जो दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में प्लमोनोलॉजिस्ट हैं। हमने उनसे वायरल पोस्ट के बारे में पूछा। उन्होंने कहा, क्विनिन किसी भी मरीज को एक विशेष खुराक के तौर पर दी जाती है। यह केवल डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के तहत दिया जाता है। टॉनिक वाटर में, दवा के समान प्रभाव के दृष्टिकोण के लिए आवश्यक खुराक मौजूद नहीं है। इसलिए, टॉनिक वाटर और जिंक COVID -19 को मार सकता है, यह दावा सही नहीं है।

अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) ने क्विनिन की मात्रा को कर्मशियल वेबरेजेज ने 83 पार्ट्स प्रति मिलियन तक सीमित किया है। रिपोर्ट के अनुसार, “कार्बोनेटेड बेवरेज में फ्लेवर के तौर पर क्विनिन की मात्रा प्रति मिलियन में 83 पार्ट्स से अलग नहीं है। लेबल के ऊपर प्रोमिनेंटली मेंशन होना चाहिए क्विनिन वर्ड, या तो आर्टिकल में मेंशन होना चाहिए या डिक्लेयरेशन में।

क्विनिन और इसका सिंथेटिक रिलेटिव क्लोरोक्विन एक ड्रग है जिसे एंटी-मलेरियल ड्रग के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ और फैमिली वेलफेयर के अनुसार, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को केवल रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर के प्रिसक्रिप्शन पर ही दिया जाना चाहिए।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, COVID-19 के इलाज के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन या एंटीवायरल दवा नहीं है। हालांकि, इस वायरस से प्रभावित लोगों को लक्षणों से राहत दिलाने के लिए देखभाल करनी चाहिए। गंभीर बीमारी से प्रभावित लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। संभावित वैक्सीन और कुछ स्पेसिफिक ड्रग ट्रीटमेंट की जांच चल रही है। इन्हें क्लीनिकल टेस्ट किया जा रहा है।

हमने आगे जांच की तो हमें एक आर्टिकल मिला, जिसमें लिखा था कि  कैलिफोर्निया में एक डॉक्टर ने कुछ मरीजों पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और जिंक के कॉम्बिनेशन का टेस्ट किया। हालांकि, इस टेस्ट का अभी कोई चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित साक्ष्य नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अब तक हमारे पास जो भी सबूत हैं, वो सुनीसुनाई बातों पर आधारित हैं।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार,  जिंक का टोलेरेबल अपर इनटेक लेवल 40 मिलीग्राम प्रतिदिन है, लेकिन बिना डॉक्टर के सुझाव के इसे नहीं लेना चाहिए।

जिस यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया था Vishvas News ने उस यूजर की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर फ्लोरिडा का रहने वाला है।

डिस्क्लेमर: #CoronavirusFacts डाटाबेस में COVID-19 की शुरुआत के बाद से प्रकाशित तथ्य-जांचों को दर्ज किया गया है। महामारी और इसके परिणाम लगातार विकसित हो रहे हैं। यह डाटा जो कुछ दिन पहले तक सटीक था अब शायद बदल गया है। ऐसे में फैक्ट-चेक को शेयर करते समय उस तारीख को याद रखें जब इसे चेक किया गया था।

निष्कर्ष: टॉनिक वाटर और जिंक कोरोना वायरस को मार सकता है यह पोस्ट भ्रामक है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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