Fact Check: डियोड्रेंट से ब्रेस्ट कैंसर होने का दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि डियोड्रेंट और ब्रेस्ट कैंसर में संबंध होता है। पोस्ट के कैप्शन में दावा किया जा रहा है कि आपका डियोड्रेंट बेस्ट कैंसर की वजह बन सकता है। इस पोस्ट के इमेज पर दिए गए टेक्स्ट के दावे के मुताबिक, अधिकतर ब्रेस्ट कैंसर स्तन के ऊपरी-बाहरी हिस्से में होता है। पोस्ट के मुताबिक, यह हिस्सा एंटीपर्सपिरेंट्स के संपर्क में आने वाले लिंफ नोड्स के सबसे करीब होता है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी पाया गया है।

क्या है दावे में

फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की जा रही है, जिसका दावा है कि डियोड्रेंट और ब्रेस्ट कैंसर में एक संबंध है। पोस्ट का दावा है कि डियोड्रेंट के इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है। पोस्ट में आगे कहा गया है कि वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, अधिकतर ब्रेस्ट कैंसर स्तन के ऊपरी-बाहरी हिस्से में होता है। पोस्ट के मुताबिक, ये हिस्सा एंटीपर्सपिरेंट्स के संपर्क में आने वाले लिंफ नोड्स के सबसे करीब होता है। इस पोस्ट को  Women’s Health Tips नाम के फेसबुक पेज पर अपलोड किया गया है।

पड़ताल

हमने सबसे पहले ऑनलाइन रिपोर्ट खोजने की कोशिश की कि क्या डियोड्रेंट और बेस्ट कैंसर के बीच कोई संबंध होता है या नहीं।

हमें नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की आधिकारिक वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में कहा गया है कि डियोड्रेंट ब्रेस्ट के पास इस्तेमाल की जाती है और इसमें नुकसान पहुंचाने वाले तत्व भी होते हैं इसलिए कई वैज्ञानिकों और अन्य लोगों ने ऐसा अनुमान जताया है कि इनके इस्तेमाल और ब्रेस्ट कैंसर में संबंध हो सकता है। हालांकि, ऐसा कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं मिला है जो यह बताता हो कि ऐसे उत्पादों के इस्तेमाल से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।

इस पोस्ट का दूसरा दावा है कि वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, अधिकतर ब्रेस्ट कैंसर स्तन के ऊपरी-बाहरी हिस्से में होता है। पोस्ट के मुताबिक, ये हिस्सा एंटीपर्सपिरेंट्स के संपर्क में आने वाले लिंफ नोड के सबसे करीब होता है।

अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक, ये दावे सही नहीं हैं।

हमने अपोलो हॉस्पिटल इंद्रप्रस्थ के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉक्टर मनीष सिंघल से बात की। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कोई सबूत नहीं है जो इस दावे का समर्थन करे। ‘IARC- इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ रिसर्च ऑन कैंसर’ ने कभी डियोड्रेंट को कार्सिनोजेन (टिश्यू में कैंसर फैलाने वाले तत्व) का कारण नहीं माना वरना डियोड्रेंट पर भी चेतावनी लिखी होती जैसा हम सिगरेट के पैकेट पर देखते हैं।’

इसका दूसरा दावा पैराबेन (कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में प्रिजरवेटिव की तरह इस्तेमाल होने वाले तत्व) को कैंसर से जोड़ने का है। विश्वास न्यूज को अपनी पड़ताल के दौरान यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की आधिकारिक वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक: ‘FDA वैज्ञानिकों द्वारा पैराबेन की सुरक्षा पर प्रकाशित अध्ययनों की समीक्षा जारी है। फिलहाल हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है कि कॉस्मेटिक्स में इस्तेमाल होने वाले पैराबेन्स का मानव स्वास्थ्य पर कोई असर पड़ता है।’

इस रिपोर्ट में आगे लिखा है, ‘FDA इस क्षेत्र में नए आंकड़ों का मूल्यांकन जारी रखेगा। अगर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि इसमें स्वास्थ्य के लिए खतरा मौजूद है तो हम इंडस्ट्री व पब्लिक को सलाह देंगे और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा के लिए FD&C एक्ट के तहत एजेंसी के कानूनी विकल्पों पर भी विचार करेंगे।’

निष्कर्ष

इस पोस्ट का यह दावा कि डियोड्रेंट से कैंसर होता है, फर्जी है। अमेरिकी कैंसर सोसाइटी और कैंसर स्पेशलिस्ट ने इस तरह के दावे को खारिज किया है।

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False
Symbols that define nature of fake news
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