Fact Check: पीपल के पत्ते के काढ़े से दिल का ब्लॉकेज सही होने का दावा गलत, बिना डॉक्टरी सलाह के दवा न लें

पीपल के पत्ते से हार्ट ब्लॉकेज सही होने का दावा गलत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस दावे को नकार दिया है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण या रिसर्च नहीं है।

Fact Check: पीपल के पत्ते के काढ़े से दिल का ब्लॉकेज सही होने का दावा गलत, बिना डॉक्टरी सलाह के दवा न लें

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। दिल के ब्लॉकेज को दूर करने के उपाय को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया गया है कि पीपल का पत्ता दिल के 99 फीसदी ब्लॉकेज को दूर कर देता है। पोस्ट में कहा गया है कि ब्लॉकेज दूर करने के लिए पीपल के पत्ते का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा होगा।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि पीपल के पत्ते से दिल का ब्लॉकेज दूर होने का दावा झूठा है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। एक्सपर्ट के अनुसार, इससे बचने के लिए धूम्रपान, कोलेस्ट्राल, शराब और तला-भुना खाने से परहेज करना चाहिए और फिजिकल फिटनेस पर ध्यान देने के साथ ही स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर ‘जितेंद्र ईसीआई’ (आर्काइव लिंक) ने 19 सितंबर 2023 को पोस्ट किया,

“हार्ट अटैक से घबराएं नहीं……..

99% ब्लॉकेज को भी रिमूव कर देता है पीपल का पत्ता….
पीपल के 15 पत्ते लें जो कोमल गुलाबी कोंपलें न हों, बल्कि पत्ते हरे, कोमल व भली प्रकार विकसित हों।

प्रत्येक का ऊपर व नीचे का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें। पत्ते का बीच का भाग पानी से साफ कर लें।
इन्हें एक गिलास पानी में धीमी आँच पर पकने दें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए तब ठंडा होने पर साफ कपड़े से छान लें और उसे ठंडे स्थान पर रख दें, दवा तैयार।

इस काढ़े की तीन खुराकें बनाकर प्रत्येक तीन घंटे बाद प्रातः लें। हार्ट अटैक के बाद कुछ समय हो जाने के पश्चात लगातार पंद्रह दिन तक इसे लेने से हृदय पुनः स्वस्थ हो जाता है और फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना नहीं रहती।

इस पीपल के काढ़े की तीन खुराकें सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे ली जा सकती हैं।
खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, बल्कि सुपाच्य व हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें।
मांस, मछली, अंडे, शराब, धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें।
नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
अनार, पपीता, आंवला, बथुआ, लहसुन, मैथी दाना, सेब का मुरब्बा, मौसंबी, रात में भिगोए काले चने, किशमिश, गुग्गुल, दही, छाछ आदि लें

दिल के रोगी इस नुस्खे का एक बार प्रयोग अवश्य करें।

तो अब समझ आया, भगवान ने पीपल के पत्तों को हार्टशेप क्यों बनाया..”

फेसबुक यूजर ‘रामाकृष्णा भारद्वाज रेस वॉकर‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 16 सितंबर को ऐसा ही दावा किया।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। ओनली माय हेल्थ वेबसाइट पर इस बारे में 20 मार्च 2023 को खबर छपी है। इसमें लिखा है, “इससे हार्ट अटैक, फेलियर और स्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचने के लिए समय-समय पर इसकी जांच कराना बहुत जरूरी है। जिसको पहले से हाई कोलेस्ट्रॉल या ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हैं, तो अधिक सतर्कता की जरूरत है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय बताते हैं कि डॉक्टर के सुझाए गए कुछ टिप्स को फॉलो करके हार्ट ब्लॉकेज खोला जा सकता है। जब हृदय को ऑक्सीजन और रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में प्लाक जमा होना शुरू होता है, तब ब्लॉकेज की समस्या होती है। इस वजह से धमनियां संकुचित होने लगती हैं। फैट, कोलेस्ट्रॉल और कई अन्य पदार्थों मिलकर धमनियों में प्लाक बनता है। यह चिपचिपा पदार्थ धमनियों की दीवारों पर जमा हो जाता है। ब्लॉकेज की वजह से रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता है और पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त हृदय तक नहीं पहुंच पाता है। यह हृदय रोग का कारण बनता है। ब्लॉकेज को खोलने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर और संतुलित आहार लें। तनाव मत लें, क्योंकि इससे धमनियों में दबाव बढ़ता है। शराब और स्मोकिंग से दूर रहे। शरीर का वजन मत बढ़ने दें। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखें। इनकी समय-समय पर जांच कराएं। पर्याप्त और अच्छी नींद लें। शारीरिक रूप से एक्टिव रहें और दिनभर चलते-फिरते रहें। नियमित एक्सरसाइज जरूर करें। कोशिश करें कि रोजाना कम से कम 30-40 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।”

ओनली माय हेल्थ में ही 20 अक्टूबर 2022 को छपी रिपोर्ट में लिखा है, “आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदिक डॉ. एसके पांडेय का कहना है कि हार्ट ब्लॉकेज की समस्या में पीपल की पत्तियों को इलाज मानकर प्रयोग करना बहुत खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा कि पीपल के पत्ते में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं लेकिन इसे कारगर इलाज के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। आयुर्वेद में भी पीपल की पत्तियों से बने किसी ऐसे काढ़े का जिक्र नहीं है।”

जॉन हॉपकिन्स मेडिसिन की रिपोर्ट में कहा गया है कि हार्ट ब्लॉक की समस्या से निपटने के लिए मुख्य रूप से रिस्क फैक्टर्स को नियंत्रित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। एक स्वस्थ जीवनशैली अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। व्यायाम करें, संतुलित आहार लें और धूम्रपान न करें।

सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन वेबसाइट पर भी हॉर्ट ब्लॉकेज से बचने के उपाय बताए गए हैं। इसके मुताबिक, “यदि किसी को हृदय संबंधी बीमारी है तो उसको जीवनशैली में बदलाव, जैसे स्वस्थ आहार (कम सोडियम, कम वसा) खाना, शारीरिक गतिविधि बढ़ाना, वजन को नियंत्रित रखना और धूम्रपान छोड़ने की सलाह दी जाती है। इसके रिस्क फैक्टर्स जैसे उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप या अनियमित दिल की धड़कन का इलाज करने के लिए डॉक्टरों की सलाह से दवाएं लें।”

इस बारे में हमने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख ओम शंकर से बात की। उनका कहना है, “पीपल के पत्ते के काढ़े से ब्लॉकेज सही होने का कोई रिसर्च या प्रमाण नहीं है। हम किसी दवा को तब तक मरीज को नहीं देते हैं, जब तक वह रिसर्च या परीक्षण में पास नहीं हो गई हो। ब्लॉकेज से बचने के लिए मोटापा न होने दें। दैनिक दिनचर्या इसका बड़ा कारण है। रोजाना फिजिकल एक्सरसाइज करें और टहलें। कोलेस्ट्राल युक्त भोजन, शराब, धूम्रपान और ड्रग्स से दूर रहें। हरी सब्जियों का सेवन करें। साथ ही बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें और इस तरह के मैसेज को शेयर या फॉरवर्ड भी मत करें।

अंत में हमने भ्रामक दावा करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। अगस्त 2022 से एक्स (पूर्व में ट्विटर) से जुड़े यूजर के 3949 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: पीपल के पत्ते से हार्ट ब्लॉकेज सही होने का दावा गलत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस दावे को नकार दिया है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण या रिसर्च नहीं है।

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