सरसों का तेल कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज नहीं कर सकता। हालांकि, इसके दूसरे फायदे जरूर हैं। वायरल पोस्ट का दावा झूठा है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि सरसों का तेल किसी भी प्रकार के वायरस यहां तक कि कोरोना वायरस को भी मार सकता है। इसमें आगे दावा किया गया है कि कोरोना वायरस किसी शख्स के नाकों के रास्ते शरीर में घुसता है। ऐसे में अगर संक्रमित शख्स के नहाने से पहले सरसों का तेल नाक के छेदों में लगाएं तो वो उसे कम से कम 8 घंटे तक वायरस से बचाता है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट का यह दावा झूठा निकला है। हालांकि, सरसों के तेल के दूसरे फायदे जरूर हैं।
Mahendra Palecha नाम के पेज से इस वायरल पोस्ट को शेयर किया गया है। इसमें लिखा है, ‘सरसों का तेल किसी भी वायरस को नष्ट करने में समर्थ हैं, कोरोनावायरस एक श्वसन संबंधित बीमारी है जो नाक से सांस लेने पर किसी व्यक्ति की खांसी,छींक के साथ पानी के जो कण बाहर आकर वायु में मिलते हैं उनमें वायरस मिला होता है उसी कोरोना प्रदूषित वायु को हम सांस के द्वारा नाक से अंदर लेते हैं और कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाते हैं। यदि सुबह नहाने से पहले नाक के दोनों नथुनों के अंदर सरसों का तेल लगाने से कम-से-कम आठ घण्टे तक वायरस से बचाव हो सकता है, क्योंकि सरसों तेल एक वायरस रोधी तेल है जिसमें वायरस नाक की दीवारों से चिपक कर मर/नष्ट हो जाता है और हमारे फेफड़ों को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। सभी बंधुओं से दरख्वास्त है कि इस उपाय को फ़ौरन अपनायें और कोरोनावायरस से खुद को बचायें, मित्रों रिश्तेदारों को भी अवश्य बताएं।’
इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में यह सर्च किया कि क्या सरसों का तेल कोरोना वायरस को मार सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर ऐसा कोई जिक्र नहीं मिला कि सरसों का तेल कोरोना वायरस को खत्म कर सकता है।
हालांकि, हमें ये जरूर मिला कि सरसों के तेल के कुछ स्वास्थ्य फायदे जरूर हैं। जैसे सूजन कम करना, शरीर दर्द में राहत देने जैसे फायदे हैं, लेकिन इस बात से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं है कि सरसों का तेल कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज कर सकता है।
WHO के मुताबिक- कुछ पश्चिमी, पारंपरिक या घरेलू उपचार कोरोना के लक्षणों में राहत जरूर दे सकते हैं। हालांकि, इसका कोई सबूत नहीं है कि कोई भी मौजूदा दवा इसको रोक सकती है या इलाज कर सकती है। इसमें आगे कहा गया है कि WHO कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए खुद से कोई भी दवा जैसे एंटीबायोटिक्स इत्यादि लेने की सलाह नहीं देता है। इसके मुताबिक, पश्चिमी और पारंपरिक मेडिसीन को लेकर कई सारे क्लिनिकल ट्रायल चल रहे हैं और जैसे ही कोई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल होगी उसे बताया जाएगा।
विश्वास न्यूज ने आयुष मंत्रालय के आयुर्वेद डॉक्टर विमल एन से बात की। उन्होंने बताया, ‘नाक में जलन में कभी-कभार सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ भी हैं, लेकिन ये कोरोना वायरस का इलाज नहीं है, इस बात के कोई सबूत नहीं हैं।’
इस वायरल पोस्ट को Mahendra Palecha नाम के फेसबुक पेज पर शेयर किया गया है। हमने इस पेज की सोशल स्कैनिंग की। फैक्ट चेकिंग तक इस पेज के 187 फॉलोअर्स थे।
Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।
निष्कर्ष: सरसों का तेल कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज नहीं कर सकता। हालांकि, इसके दूसरे फायदे जरूर हैं। वायरल पोस्ट का दावा झूठा है।
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