यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के वैज्ञानिकों ने ऐसी कोई रिसर्च नहीं की है, जिससे यह साबित हुआ हो कि रोजाना एक केला खाने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है। वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैड के वैज्ञानिकों ने रिसर्च कर यह पाया है कि केला खाने से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन बी6 होता है और यह कोरोनावायरस से बचाता है। इसलिए रोजाना एक केला खाएं, ताकि कोरोनावायरस से बचा जा सके।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो अलग-अलग वीडियो क्लिप्स व इमेजेज को जोड़कर तैयार की गई है। वहीं, अपनी बात कहने के लिए इस पर टेक्स्ट लिखा गया है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर Bishop Ignatius Orizu ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा: केला इस वायरस को मार सकता है।
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले वायरल वीडियो के पहले हिस्से, जिसमें एक न्यूज एंकर न्यूज प्रेजेंट करती दिखती है, उसे इनविड टूल की मदद से कीफ्रेम्स काट कर सर्च किया। गूगल रिवर्स इमेज सर्च से हमें एबीसी न्यूज ऑस्ट्रेलिया का जनवरी 2020 का एक न्यूज बुलेटिन का वीडियो मिला, जिसमें न्यूज एंकर बताती है कि यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के वैज्ञानिक नोवल कोरोनावायरस की वैक्सीन बना रहे हैं। इस पूरी वीडियो में कहीं यह नहीं कहा गया है कि केला खाने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है।
इसी वीडियो में 16 सेकंड के बाद केलों के गुच्छे का एक वीडियो नजर आता है। यहां से स्क्रीन पर हर्ब्स क्योर्स का लोगो भी दिखाई देता है। इनविड टूल की मदद से हमने यहां से भी वीडियो के कीफ्रेम्स लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा तो हमें ओरिजनल वीडियो हर्ब्स क्योर के यूट्यूब चैनल पर मिल गया। इस वीडियो में केले के हेल्थ बेनिफिट्स बताए गए हैं। यह वीडियो 1 मार्च 2020 को पब्लिश किया गया था, लेकिन इस पूरे वीडियो में भी कहीं यह नहीं कहा गया है कि रोजाना एक केला खाने से कोविड 19 से बचा जा सकता है।
वायरल वीडियो में 24 सेकंड का एक और वीडियो नजर आता है, जिस पर डब्ल्यूएसजे का लोगो नजर आता है। हमने जब यहां से स्क्रीनग्रैब लेकर इसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा तो हमें वॉलस्ट्रीट जर्नल (WSJ) का फरवरी 2020 में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट WSJ के ही यूट्यूब चैनल पर मिल गई। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह वैज्ञानिक कोरोनावायरस की वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पूरी वीडियो में भी कहीं नहीं कहा गया कि रोजाना एक केला खाने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है।
इसके बाद हमने डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर सर्च किया तो पाया कि डब्ल्यूएचओ ने अपने क्यू एंड ए सेक्शन में एक सवाल के जवाब में बताया है कि ऐसा कोई भी फूड आइटम नहीं है, जिसे लगातार खाने से कोविड19 से बचा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने ईमेल के जरिए यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड से संपर्क किया। हमें यूनिवर्सिटी के कम्युनिकेशंस एंड एंगेजमेंट डिपार्टमेंट के एक्टिंग मैनेजर ब्रोनविन एडम्स ने मेल का जवाब लिखते हुए कहा कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है। हमारे यहां वैज्ञानिकों ने केले को लेकर ऐसी कोई रिसर्च नहीं की है।
फेसबुक पर यह पोस्ट Bishop Ignatius Orizu नामक यूजर ने शेयर की थी। इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर नाइजीरिया के नेवी का रहने वाला है।
निष्कर्ष: यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के वैज्ञानिकों ने ऐसी कोई रिसर्च नहीं की है, जिससे यह साबित हुआ हो कि रोजाना एक केला खाने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है। वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है।
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