Fact Check: CDC ने कोरोना वायरस से बचने के लिए चेहरे के बालों को लेकर नहीं जारी की कोई गाइडलाइंस

सीडीसी ने कोरोना वायरस से बचने के लिए चेहरे के बालों को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। वायरल ग्राफिक्स पुराना है और इसका कोविड-19 से कोई लेना-देना नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)।  सोशल मीडिया पर चेहरे के बालों और रेसिप्रेटर को लेकर एक ग्राफिक वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि सीडीसी ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को चेहरे के बाल शेव करने चाहिए। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला है। वायरल ग्राफिक्स दो साल पुराना है और इसका कोविड-19 से कोई लेना-देना नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग चैटबॉट 9599299372 पर ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है। चेहरे के बाल और रेसिप्रेटर पर आधारित इस कथित ग्राफिक्स के संग दावा किया जा रहा है कि अमेरिका सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए चहरे के बाल शेव करने चाहिए।

यह पोस्ट फेसबुक पर भी शेयर की जा रही है। ऐसी ही एक फेसबुक पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल ग्राफिक्स पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें यही ग्राफिक्स सेंट्रल फॉर डिजीज कंट्रोल्स एंड प्रिवेंशऩ (CDC) की वेबसाइट पर नवंबर 2017 की एक ब्लॉग पोस्ट में मिला। यह पोस्ट नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ (NIOSH) की तरफ से रेसिप्रेटर्स पहनने के बारे में बताई गई जानकारी पर आधारित है।

इस ग्राफिक्स को कोरोना वायरस के सामने आने के दो साल से अधिक समय पहले ही शेयर किया जा चुका था।

सीडीसी ने ब्लॉग पोस्ट के टॉप पर एक चेतावनी भी लिखी है: 2017 का यह ब्लॉग पोस्ट और इन्फोग्राफिक ऐसे कर्मियों के लिए है, जो काम के दौरान रेसिप्रेटर्स पहनते हैं। कोरोना वायरस बीमारी 2019 (कोविड-19) की नवीनतम जानकारियों के लिए कृपया सीडीसी की कोविड-19 वेबसाइट पर जाएं।

NIOSH ने भी फरवरी 2020 में इसे लेकर ट्वीट किया था। इस ट्वीट में लिखा है, ‘@CDCgov फिलहाल #COVID19 में आम लोगों को रेसिप्रेटर्स इस्तेमाल की अनुशंसा नहीं करता। 2017 का यह ग्राफिक ऐसे कर्मियों के लिए है, जो इन्हें हवा में मौजूद हानिकारक चीजों से बचाव के लिए पहनते हैं। ऐसे में चेहरे के बालों की वजह से टाइट सील लीक हो सकती है।’

विश्वास न्यूज ने इस संबंध में अपोलो अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर निखिल मोदी से बात की। उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 संक्रमित के खांसने या छींकने से निकले ड्रॉपलेट्स से ही मुख्य रूप से कोरोना का संक्रमण फैलता है। चेहरे के बालों से यह तय नहीं होता कि कौन इससे संक्रमित होगा और कौन नहीं। हर किसी को सुरक्षित रहने और अच्छे हाइजीन का पालन करने की जरूरत है।’

इस पोस्ट को फेसुबक पर Joel Vincent Brown नाम के यूजर ने शेयर किया था। यूजर की प्रोफाइल का स्कैन करने पर पता चला कि वह वर्जीनिया के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: सीडीसी ने कोरोना वायरस से बचने के लिए चेहरे के बालों को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। वायरल ग्राफिक्स पुराना है और इसका कोविड-19 से कोई लेना-देना नहीं है।

False
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