विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा फर्जी है। असल में यह वीडियो भारत का नहीं, मैक्सिको का है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें एक नर्स को एक बुजुर्ग व्यक्ति के हाथ पर इंजेक्शन लगाते देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रही सिरिंज खाली है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो भारत का है और यहां सरकारी वैक्सीन सेंटर्स पर वैक्सीन नहीं लगायी जा रही, बल्कि खाली सिरिंज इंजेक्ट की जा रही है और असली वैक्सीन प्राइवेट वैक्सीन सेंटर्स को बेची जा रहीं हैं। हमारी पड़ताल में दावा फर्जी निकला।
असल में यह वीडियो भारत का नहीं, मैक्सिको का है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल वीडियो में एक नर्स को एक बुजुर्ग व्यक्ति के हाथ पर इंजेक्शन लगाते देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रही सिरिंज खाली है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “भारत में एक से एक ठग भरे पड़े हैं, सुई चुबा कर वापस निकाल ली और वैकसीन नहीं लगाई , यह व्यक्ति धोके मैं रहेगा कि उसने वैकसीन लगवा ली है। अगर यह सरकारी केंद्र है तो वैकसीन प्राईवेट मैं बेच दी जाएगी और प्राइवेट केंद्र हैं तो 250/- रु की चोरी कर ली। इस हाल में भारत कैसे कोराना से लड पाएगा?”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकते है।
पड़ताल
वीडियो में लोग जिस भाषा में बोल रहे हैं, वो कोई भारतीय भाषा नहीं लग रही। हमारे लैंग्वेज एक्सपर्ट ने हमें बताया कि यह भाषा स्पैनिश है।
यहां से क्लू लेते हुए हमने इंटरनेट पर इस वीडियो के कीफ्रेम्स को “स्पैनिश” कीवर्ड के साथ ढूंढा। हमें मैक्सिको की न्यूज़ वेबसाइट eltiempo.com पर एक खबर में यह तस्वीर मिली। खबर के अनुसार, यह घटना मैक्सिको की है, जहां इस नर्स ने एक वॉलन्टियर को खाली इंजेक्शन लगाया।
हमें इस घटना पर एक खबर mexiconewsdaily.com पर भी मिली। इस खबर के अनुसार भी घटना मैक्सिको की ही है।
हमें इस घटना का एक वीडियो मैक्सिको के अख़बार El Universal के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर 4 अप्रैल 2021 को अपलोडेड मिला। यहां भी इसे मैक्सिको की घटना बताया गया था।
इस विषय में ज़्यादा जानकारी के लिए हमने El Universal से मेल के ज़रिये संपर्क साधा। मेल के जवाब में अख़बार के वेब डिवीज़न की एडिटर गाब्रिएल गरासिया ने हमें बताया, “यह घटना अप्रैल 2 की है, जब गुस्तावो ए मैडेरो के नॉर्थ बोरो में एक टीकाकरण केंद्र में ऑस्कर सांचेज़ नाम के वॉलन्टियर को कोविड वैक्सीन के नाम पर खाली इंजेक्शन लगाए जाने का यह वीडियो फिल्माया गया था। यह मसला अभी अंडर इन्वेस्टिगेशन है।”
हमने इंटरनेट पर कीवर्ड्स के साथ ढूंढा मगर हमें ऐसी किसी घटना के भारत में होने की कोई खबर नहीं मिली।
अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर ‘हिंदू राष्ट्र की पुकार’ के प्रोफाइल को स्कैन करने का। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर के फेसबुक पर 407 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा फर्जी है। असल में यह वीडियो भारत का नहीं, मैक्सिको का है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।