Fact Check: इबोला वायरस के नाम से फिर से वायरल हुआ फर्जी मैसेज

विश्वास न्यूज की जांच में इबोला वायरल को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी निकला।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि हैदराबाद पुलिस ने पूरे भारत में यह सूचना दी है कि कोल्ड ड्रिंक न पियें, क्योंकि कंपनी के एक कर्मचारी ने इनमें इबोला वायरस से संक्रमित खून मिला दिया है। वायरल मैसेज को एनडीटीवी के हवाले से शेयर किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में मैसेज फर्जी निकला। हैदराबाद पुलिस द्वारा पूरे भारत में इस तरह की सूचना जारी नहीं की गई है और ना ही एनडीटीवी द्वारा इससे संबंधित किसी खबर को प्रकाशित किया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वायरल वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

ढूंढ़ने पर हमने पाया कि यह पोस्ट फेसबुक पर भी काफी वायरल है। फेसबुक यूजर “Mohd Kamil Ahmad” ने 27 जून को यह पोस्ट शेयर की है। पोस्ट में लिखा है, “कृपया इसे सभी मित्रों को अग्रेषित करें सूचना पूरे भारत में हैदराबाद पुलिस द्वारा दी गई है। कृपया अगले कुछ दिनों तक कोई भी कोल्ड ड्रिंक जैसे माज़ा, फैंटा, 7 अप, कोका कोला, माउंटेन डियो, पेप्सी आदि न पियें क्योंकि कंपनी के किसी कर्मचारी ने इसमें इबोला नाम के खतरनाक वायरस का दूषित खून मिला दिया है। ये खबर कल एनडीटीवी चैनल में बताई गई. कृपया इस संदेश को यथाशीघ्र अग्रेषित कर सहायता करें। इस संदेश को अपने परिवार तक अग्रेषित करें। इसे जितना हो सके शेयर करें धन्यवाद।“

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल मैसेज की पड़ताल के लिए हमने ओपन कीवर्ड सर्च किया। हमें मैसेज में किए जा रहे दावे से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली, लेकिन सर्च के दौरान यह दावा हमें 2019 , 2020 , 2021 में भी शेयर मिला।

वायरल मैसेज को हैदराबाद पुलिस द्वारा जारी किया गया बताया गया है, इसलिए हमने हैदराबाद पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल को सर्च किया। हमें हैदराबाद पुलिस के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से 13 जुलाई 2019 को शेयर किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें वायरल दावे को फर्जी बताया गया है।

जांच में आगे हमने एनडीटीवी की वेबसाइट पर वायरल मैसेज से जुड़ी खबर को खोजा। हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर कोल्ड ड्रिंक में इबोला दूषित खून मिले होने को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं मिली।

वायरल दावे में एनडीटीवी का हवाला दिया गया था, इसलिए हमने इस संबंध में एनडीटीवी से भी संपर्क किया। एनडीटीवी के एक एडिटर देशबंधु सिंह ने हमें बताया था “एनडीटीवी पर इस तरह की कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की गई है।”

इबोला वायरस के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमने सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) की वेबसाइट पर वायरल दावे के बारे में खोज शुरू की। वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, “इबोला वायरस खाद्य पदार्थों के माध्यम से नहीं फैलता है। हालांकि, दुनिया के कुछ हिस्सों में जंगली जानवरों के मांस के इस्तेमाल से फैल सकता है।” रिपोर्ट में कोल्ड ड्रिंक्स से इबोला वायरस फैलने का जिक्र नहीं किया गया है। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें।

पहले भी यह मैसेज कई बार समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा चुका है। जिसकी जांच विश्वास न्यूज ने की थी। आप हमारी पड़ताल को यहां पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर Mohd Kamil Ahmad की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में पता चला कि फेसबुक पर यूजर को लगभग 4000 हज़ार लोग फॉलो करते हैं। यूजर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में इबोला वायरल को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी निकला।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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