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Explainer: जैस्मिन भसीन और कॉन्टैक्ट लेंस: खतरे और सावधानियों के बारे में जानें

आज के समय में सुंदर दिखने के लिए लोग फैशनेबल कपड़े, ट्रेंडिंग ज्वेलरी, बैग्स और कई चीज़ों का सहारा लेते हैं। इन चीज़ों में एक चीज़ और जुड़ गई है, वो है कॉन्टैक्ट लेंसेस। आज कॉन्टैक्ट लेंस सिर्फ आंखों की रोशनी बढ़ाने का काम नहीं करते, बल्कि लोग अपनी ड्रेस से मिलते-जुलते कॉन्टैक्ट लेंस इस्तेमाल करते हैं। कॉन्टैक्ट लेंसेस आज एक फैशन स्टेटमेंट बन गया है। जहां यह ख़ूबसूरती को बढ़ाता है, वहीं इससे हमारी आंखों को कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। जैसे की हाल ही में एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन के साथ हुआ था। 

  • By: Jyoti Kumari
  • Published: Aug 13, 2024 at 11:48 AM
  • Updated: Aug 14, 2024 at 10:50 AM

नई दिल्ली(विश्वास न्यूज)। आज के समय में सुंदर दिखने के लिए लोग फैशनेबल कपड़े, ट्रेंडिंग ज्वेलरी, बैग्स और कई चीज़ों का सहारा लेते हैं। इन चीज़ों में एक चीज़ और जुड़ गई है, वो है कॉन्टैक्ट लेंसेस। आज कॉन्टैक्ट लेंस सिर्फ आंखों की रोशनी बढ़ाने का काम नहीं करते, बल्कि लोग अपनी ड्रेस से मिलते-जुलते कॉन्टैक्ट लेंस इस्तेमाल करते हैं। कॉन्टैक्ट लेंसेस आज एक फैशन स्टेटमेंट बन गया है। जहां यह ख़ूबसूरती को बढ़ाता है, वहीं इससे हमारी आंखों को कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। जैसे की हाल ही में एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन के साथ हुआ था। 

न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैस्मिन भसीन एक इवेंट में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने कॉन्टैक्ट लेंस लगाए थे। जिसके बाद उन्हें आंखों में तकलीफ शुरू हो गई थी। लेंस की वजह से उनकी आंखों में दर्द बढ़ गया था और उन्हें दिखना बंद हो गया था। जब जैस्मिन इवेंट खत्म होने के बाद मुंबई डॉक्टर के पास पहुंची, तो पता चला कि  कॉन्टैक्ट लेंस की वजह से उनकी आंखों की कॉर्निया खराब हो गई। जिस कारण उन्हें पांच दिनों तक अपनी आंखों पर पट्टी बाँध के रहना पड़ा। ठीक होने के बाद भी डॉक्टर्स ने जैस्मिन को काला चश्मा पहनने और तेज रोशनी से दूर रहने की सलाह दी थी। जैस्मिन ने अपनी एक फोटो शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा, अब वो पूरी तरह से ठीक हैं।

इस घटना के बाद कई लोगों के दिल में कॉन्टैक्ट लेंस को लेकर डर और जिज्ञासा पैदा हो गई है। हम इस आर्टिकल में कॉन्टैक्ट लेंस से होने वाली समस्याएं, सावधानियां और विशेषज्ञ की सलाह के बारे में पढ़ेंगे, जिससे लोगों को लेंस से जुड़ी सारी जानकारी मिल सके।

सेलिब्रिटी जो पहनते हैं कॉन्टैक्ट लेंस: कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज सुंदर दिखने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं। इनमें से कुछ नाम है: प्रियंका चोपड़ा, और दीपिका पादुकोण आदि। बॉलीवुड सितारे अपने लुक बढ़ाने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं।

जहां कॉन्टैक्ट लेंस सुंदरता को बढ़ता है, वहीं इससे कई परेशानियां भी होती हैं। अब हम जानते हैं कॉन्टैक्ट लेंस से होने वाली परेशानियों के बारे में: 

एलर्जी: अगर आप लंबे समय तक कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो आपको आंखों में जलन होना,खुजली होना और पानी आना जैसी समस्याएं हो सकती है। 

आंखो में धुंधलापन: कई बार कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आंखों में धुंधलेपन की समस्या हो जाती है। इसके साथ कई गंभीर बीमारी भी हो सकती है। इसलिए कॉन्टैक्ट लेंस को डॉक्टर की सलाह पर और कम से कम लगाना चाहिए। 

आंखों में इन्फेक्शन: अगर आप अच्छी कंपनी और डॉक्टर की सलाह के बिना कॉन्टैक्ट लेंस लगाते हैं, तो आपको आँखों में इन्फेक्शन की समस्या भी हो सकती है। 

कॉर्निया में ऑक्सीजन की कमी होना : अगर लेंस को लगातार लगाया जाए और लगा के सो जाए तो कॉर्निया में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। जिस कारण देखने में तकलीफ होती है और इन्फेक्शन का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसके साथ ही कॉन्टैक्ट लेंस के कारण आंखें लाल होना और आंखों में दर्द होना जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। 

कॉन्टैक्ट लेंस लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान : 

अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस लगाते हैं तो कभी भी कॉन्टैक्ट लेंस लगाकर सोना नहीं चाहिए। लेंस लगाकर सोने से आपकी आंखों में इन्फेक्शन, जलन और आँखों में दर्द जैसी समस्या हो सकती है और आंखों की रोशनी भी जा सकती है।  

जब भी आप कॉन्टैक्ट लेंस लगाएं, अपने हाथों को अच्छे से साफ़ करें। हाथों को अच्छे से धोने के बाद ही लेंस लगाए, ऐसा ना करने पर लेंस में कई तरह के बैक्टीरिया लग सकते हैं, जो आंखों की गंभीर बीमारी बन जाते हैं। 

स्विमिंग करते और नहाते समय लेंस न पहने। ऐसा करने पर पानी में जाने वाले रोगाणु लेंस से चिपक जाते हैं, जिससे आंखों में संक्रमण हो सकता है और अंधेपन का कारण बन सकता है। 

कई लोग लेंस केस को अच्छे से साफ़ नहीं करते और न ही इसे बदलते हैं। ऐसा न करने से आप अपनी आंखों को नुक्सान पहुंचते हैं। इसलिए केस को हर तीन महीने में बदलना चाहिए और इसकी अच्छे से साफ़-सफाई करनी चाहिए। 

अगर लेंस लगाने के बाद आंखों में खुजली या जलन हो, तो उसे तुरंत निकाल दें और डॉक्टर के पास जाएं। 

जमीन पर गिरे लेंस को कभी नहीं लगाना नहीं चाहिए, क्योंकि नीचे गिरने पर इसमें मिट्टी और जर्म्स लग सकते हैं और आंखों में इन्फेक्शन हो सकती है। 

जब भी लेंस लगाए और निकालें तो सॉल्यूशन से साफ़ करें। लेंस लगाते समय ध्यान रखें कि कॉन्टैक्ट लेंस लगाने के बाद मेकअप लगाएं और निकालते समय मेकअप हटा दें। 

सबसे अहम बात अगर आपको लेंस लगाने पर जलन,आंखों से लगातार पानी आना या किसी भी तरह की परेशानी हो रही है, तो शीघ्र इसे निकल दें और डॉक्टर के पास जाएं। 


अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी की वेबसाइट पर हमें कांटेक्ट लेंस से जुड़ी जानकारी मिली। जिसमें कांटेक्ट लेंस के प्रकार और रंगीन लेंस से होने वाली समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।





एक्सपर्ट की राय

गुरुग्राम में मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल की क्लीनिकल डायरेक्टर ऑप्थेल्मोलॉजी डॉ. शिबल भरतिया का कहना है कि, “आमतौर पर सही तरीके से पहने गए कॉन्टैक्ट लेंस आंखों के लिए सुरक्षित होते हैं, पर इसके लिए सुझाए गए साफ- सफाई और पहनने के दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। साथ ही किसी नेत्र चिकित्स्क से नियमित रूप से आंखों की जाँच भी करवाना जरूरी।”

डॉ. शिबल ने यह भी बताया कि, “कॉन्टैक्ट लेंस पहनते समय हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए और हाथों को अच्छे से धोना चाहिए। उन्होंने हमें बताया कि एलर्जी, केराटोकोनस जैसी आंखों की बीमारियाँ या गंभीर आंखों के सिंड्रोम वाले व्यक्तियों को कॉन्टैक्ट लेंस नहीं पहनना चाहिए। जिन लोगों को आँखों में एलर्जी होती है और बार-बार आंखों का संक्रमण होता है, उन्हें भी लेंस का उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती। कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से पहले नेत्र विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।”

हमने नई दिल्ली सेंटर फॉर साइट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आई सर्जन डॉ. महिपाल सिंह सचदेव (पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त) से इस बारे में बात की। उन्होंने हमें बताया, “आंख की सर्जरी के बाद, आमतौर पर किसी भी व्यक्ति को कम से कम 2-4 सप्ताह तक कॉन्टैक्ट लेंस नहीं पहनने चाहिए। हालांकि, यह विशेष सर्जरी और डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है।”

डॉ.सचदेव ने बताया, “अगर कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आंखों मे जलन महसूस हो, तो लेंस का उपयोग बंद कर दें। इससे कॉर्निया को क्षति हो सकती है और सर्जरी भी करनी पड़ सकती है, जिसके बाद ठीक होने में कुछ दिन से लेकर कई सप्ताह का समय लग सकता है। डॉ. सिंह ने कहा कि सर्जरी के बाद सही देखभाल बहुत ज़रूरी है। आंखों को बार-बार छूने या रगड़ने से बचना चाहिए और बताए गए समय पर डॉक्टर के पास जाना चाहिए। आंखों को तेज हवा, धूल और तेज रोशनी से बचना चाहिए और सनग्लासेस पहनना चाहिए।”

इसके अलावा हमने गुरुग्राम में नेत्र विज्ञान विभाग, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट की प्रिंसिपल डायरेक्टर और प्रमुख डॉ.पारुल शर्मा से कॉन्टैक्ट लेंस के बारे में बातचीत की। उन्होंने हमें बताया, “अगर कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से असहजता महसूस हो तो तुरत अपने नेत्र चिकित्सक से मिलना चाहिए। लेंस की साफ़-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। लेंस को साफ करने के लिए कभी भी पानी या थूक का उपयोग ना करें।”

डॉ.पारुल ने हमें बताया, “8 से 12 वर्ष की आयु के बच्चे कॉन्टैक्ट लेंस पहन सकते हैं, यदि वे सही तरीके से इसकी संभाल कर सकते हैं तो। पर इसके लिए सबसे पहले नेत्र विशेषज्ञ से मिले और उनसे परामर्श ज़रूर लें।

कॉन्टैक्ट लेंस से जुड़ी जानकारी के लिए हमने मुंबई स्थित आरोग्यम आई क्लिनिक की नेत्र रोग विशेषज्ञ और सर्जन डॉ. अर्चना चौधरी से बात की। उन्होंने हमें जानकारी देते हुए बताया, “कॉन्टैक्ट लेंस के लिए साफ़-सफाई का बहुत ध्यान रखना चाहिए। रात को लेंस लगाकर नहीं सोना चाहिए ऐसा करने से आपकी आंखों को हानि हो सकती है।”

डॉ. चौधरी ने हमें यह भी बताया कि, “कॉन्टैक्ट लेंस का समय 8-10 घंटे होता है। ज्यादा देर तक लेंस लगाने से आंखों में परेशानी हो सकती है। उनका कहना है कि, “अगर आपको लेंस पहनने के बाद जलन, आंखें लाल होना, आंखों से पानी आना जैसी अन्य समस्याएं होती हैं, तो खुद से कोई भी उपचार न करें और न ही केमिस्ट के पास जाकर दवाई लें। इसके लिए सबसे अच्छा है सबसे पहले लेंस को निकाल लें और तुरंत आंखों के डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर की दी गई दवाई और निर्देशानुसार ही लेंस का इस्तेमाल करें।”



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सोशल मीडिया पर अक्‍सर आँखों को लेकर कई पोस्ट वायरल होती रहती हैं, जिनकी पड़ताल को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं ।

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डिस्क्लेमर : यह ऑटिकल एक्सपर्ट्स की मदद से लिखा गया है। यहां दी गई जानकारी केवल सूचना के लिए है। कॉन्टैक्ट लेंस से जुड़ी समस्या और सलाह के लिए अपने डॉक्‍टर से परामर्श लें।

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