सेक्सटॉर्शन, सिम ब्लॉक से लेकर फर्जी जॉब के नाम पर साइबर अपराधी सक्रिय, बचें 10 ऑनलाइन ठगी से

सावधान। ऑनलाइन की दुनिया में बड़े खतरे हैं। साइबर ठग अलग-अलग रूप में सक्रिय हैं। कभी न्‍यूड वीडियो कॉल के नाम पर ब्‍लैकमेलिंग कर रहे हैं, तो कभी कानून का डर दिखाकर लूट रहे हैं ऑनलाइन। देश में साइबर क्राइम के कारण लोगों का बड़ी संख्‍या में आर्थिक नुकसान हो रहा है। आइए जानते हैं साइबर ठगों की ठगी के 10 तरीकों के बारे में और यह भी जानें कि इनसे कैसे बचा जा सकता है।

नई दिल्‍ली। इंटरनेट के बिना जिंदगी आसान नहीं है। चाहे वह मोबाइल का बिल जमा करना हो, रिचार्ज करना हो, सबके लिए इंटरनेट चाहिए ही। डिजिटल पेमेंट भी इंटरनेट के बिना संभव नहीं है। देश में बड़ी आबादी ऑनलाइन पेमेंट पर निर्भर हो चुकी है। इसी के साथ साइबर ठग भी ठगी के नए-नए तरीकों के साथ लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।

2024 में लोकसभा में राष्ट्रीयकृत बैंकों (मुख्यतया एसबीआई) और अन्य निजी बैंकों के खाताधारकों के साथ पिछले पांच वर्षों में हुई साइबर धोखाधड़ी के कारण हुए नुकसान के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने बताया, “क्रेडिट कार्ड्, एटीएम/डेबिट कार्ड्स और इंटरनेट बैंकिंग की श्रेणी में फ्रॉड की वजह से पिछले पांच वित्तीय वर्ष में (एक लाख रुपये और उससे ऊपर की रकम) क्रमश: FY19-20 में 44.22 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 20-21 में 50.10 करोड़ रुपये, 2021-22 में 80.33 करोड़ रुपये, 2022-23 में 69.68 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 23-24 में 177.05 करोड़ रुपये रहा।”

आज बात करेंगे ऑनलाइन ठगी के 10 ऐसे तरीकों के बारे में, जिनसे सतर्क रहकर हम अपने बैंक अकाउंट को खाली होने से बचा सकते हैं।

ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन

ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन के शिकार कई व्‍यक्ति मान-सम्‍मान के डर से आत्‍महत्‍या कर चुके हैं। दरअसल, ऐसे केसों में वॉट्सऐप पर मैसेज और न्‍यूड वीडियो कॉल के माध्‍यम से लोगों को फंसाया जाता है। शिकार व्‍यक्ति का वीडियो बनाकर उसे ब्‍लैकमेल किया जाता है। उससे पैसे की मांग की जाती है। पैसे नहीं देने पर करीबी रिश्‍तेदारों और दोस्‍तों को वीडियो भेजने की धमकी दी जाती है। कई बार देखने को आया है कि शिकार व्‍यक्ति डर के मारे पैसे दे भी देते हैं। ऐसे केस में तुरंत पुलिस की मदद लेनी चाहिए।

दिल्ली हाईकोर्ट कहा चुका है कि सेक्सटॉर्शन एक महत्वपूर्ण सामाजिक खतरा है और अक्सर गंभीर मनोवैज्ञानिक आघात का कारण बनता है।

‘9’ या ‘0’ नंबर का फ्रॉड

ट्राई या साइबर क्राइम विभाग से खुद को अधिकारी बताकर ठग लोगों को कॉल कर रहे हैं। इसके बाद वे यूजर की निजी जानकारी के गलत इस्तेमाल का हवाला देकर उसे डराते हैं और ‘9’ या ‘0’ दबाने को कहते हैं। इससे कॉल दूसरे व्यक्ति के पास ट्रांसफर हो जाती। वह शख्स उनको पुलिस अधिकारी या ट्राई अधिकारी बनाकर डाराता है और कॉल तीसरे शख्स के पास ट्रांसफर करता है। इस तरह से पीड़ित ‘डिजिटल अरेस्ट’ का शिकार हो जाता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने ऐसे मामले को लेकर विस्‍तार से एक रिपोर्ट की है। उसे यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

गैस कनेक्‍शन काटने के नाम पर

जिन शहरों में लोगों के घरों में पीएनजी यानी पाइप्ड नेचुरल गैस कनेक्‍शन हैं, उन्‍हें फेक मैसेज भेजकर धोखाधड़ी की जा रही है। गैस कनेक्‍शन कटने का मैसेज पढ़कर उपभोक्‍ता तुरंत दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल करता है, जिसके बाद ठगी का सिलसिला चल पड़ता है। उपभोक्‍ताओं को भेजने वाले मैसेज में लिखा होता है, “प्रिय आईजीएल यूजर, आज रात 9:30 बजे आपका गैस कनेक्‍शन काट दिया जाएगा। क्‍योंकि पिछले महीने का बिल अपडेट नहीं है। कृपया हमारे ऑफिस पर संपर्क करें : 8981777604, धन्‍यवाद।”

विश्‍वास न्‍यूज ने इसे लेकर विस्‍तार से एक रिपोर्ट पब्लिश की है। उसे यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

प्रोविडेंट फंड मैच्योर करने के नाम पर ठगी

साइबर ठग के निशाने पर रिटायर कर्मी भी रहते हैं। स्‍कैमर्स सबसे पहले रिटायर लोगों का डेटा इकट्ठा करते हैं। इसके बाद उन्‍हें कॉल करके बैंक अकाउंट अपडेट करने को कहते हैं। जिसके बाद सेवानिवृत्त कर्मी के मोबाइल पर आए ओटीपी को लेकर अकाउंट खाली कर देते हैं।

दोस्त या फैमिली मेंबर बनकर मदद मांगना

कई बार ऐसे केस भी देखने को आए हैं, जिसमें लोगों की फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों से पैसे मांग गए हैं। अपने फेक अकाउंट की शिकायत संबंधित सोशल मीडिया कंपनी से करके बंद करवाया जा सकता है। यदि आपके नाम पर कोई फ्रॉड हो गया है तो साइबर क्राइम की वेबसाइट या हेल्‍पलाइन नंबर 1930 पर जरूर शिकायत करें।

जॉब के नाम पर फर्जीवाड़ा

कभी एयरपोर्ट पर नौकरी तो कभी पेंसिल पैकिंग के नाम पर भी खूब फर्जीवाड़ा होता है। कई बार देखने को मिला है कि साइबर ठग बेरोजगारों को निशाना बनाने के लिए जॉब से जुड़े फर्जीवाड़े का इस्‍तेमाल करते हैं। विश्‍वास न्‍यूज को कई लोगों ने बताया कि उन्‍हें एयरपोर्ट पर भर्ती के नाम से मैसेज आया। जब, उन्‍होंने दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो उनसे उनके आधार कार्ड मांगा गया और रजिस्‍ट्रेशन के लिए पैसे की मांग की गई। पैसे देने के बाद पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हो चुका है। इसी तरह घर बैठे पेंसिल पैकिंग के नाम पर भी बहुत से लोगों को शिकार बनाया जा चुका है। इसमें पेंसिल पैंकिंग का काम देने के बाद पैसे वसूले गए।

विश्‍वास न्‍यूज ने कई बार पाठकों को इसे लेकर आग्रह किया। संबंधित फ्रॉड से जुड़ी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

इंश्योरेंस रिन्‍यूवल के नाम पर

लाइफ और हेल्‍थ इंश्योरेंस के नाम पर भी लोगों को शिकार बनाया जाता है। इसमें लोगों को कॉल करके बताया जाता है कि आपका पुराना इंश्योरेंस बंद होने वाला है, क्‍योंकि इसका प्रीमियम बाकी है। प्रीमियम जमा करने के लिए दबाव डाला जाता है। ऐसे मामलों में अनजान नंबर से आपके पास भी इंश्योरेंस कंपनी के नाम से कॉल आए तो पहले वेरिफाई कर लें।

‘कौन बनेगा करोड़पति’ के नाम पर

चर्चित टेलीविजन शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के नाम पर कई बार फर्जी मैसेज से लोगों को शिकार बनाया गया है। इसमें 25 लाख की लॉटरी जीतने की बधाई देते हुए एक वॉट्सऐप नंबर पर संपर्क करने के लिए कहा जाता है। इसके बाद धोखाधड़ी का खेल शुरू होता है। कॉल करने वाले को बताया जाता है कंपनी की ओर से आपके मोबाइल नंबर को लॉटरी जीतने पर 25 लाख‍ दिया जाएगा। इसके लिए कुछ कागज, बैंक डिटेल मांगे जाते हैं। इसके बाद लोग आसानी से इसके शिकार बन जाते हैं।

केबीसी से जुड़ी विश्‍वास न्‍यूज की खास रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

बिजली बिल जमा करने के नाम पर

देश के कई हिस्‍सों में ऐसे अपराधी भी सक्रिय हैं, जो मैसेज या वॉट्सऐप भेजकर तुरंत बिजली बिल जमा करने को कहते हैं। ऐसा नहीं करने पर बिजली कनेक्‍शन काटने की धमकी देते हैं। इस चक्‍कर में कई लोगों ने अपने पैसे गंवा चुके हैं। यदि आपको कभी ऐसा मैसेज आए तो सबसे पहले यह पुष्टि कर लें कि क्‍या वाकई में आपका कोई बिजली बिल जमा है। ऑनलाइन या पास के बिजली केंद्र में जाकर पता किया जा सकता है। कभी भी किसी अनजान नंबर पर कॉल न करें। इसके अलावा मैसेज के साथ भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें। बिल हमेशा अधिकृत ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म के माध्‍यम से या करीबी बिजली घर में जाकर जमा करें।

कूरियर के नाम पर

कई बड़ी कूरियर कंपनी के नाम पर लोगों को कॉल करके डराया जाता है। कई केस में देखने को मिला है कि साइबर ठग ऐसे मामलों में लोगों को कॉल करके खुद को कूरियर कंपनी का आधिकारी बताते हैं। ऐसे ठग पार्सल में गैरकानूनी सामान का डर दिखाकर लोगों को झांसे में लेकर बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं। हमेशा याद रखें कि यदि आपने कभी कोई कूरियर नहीं मंगाया है तो ऐसी कॉल करने वालों की शिकायत पास के साइबर क्राइम थाने में करें।

बचाव के लिए ये करें

– कभी भी किसी अनजान नंबर से आए लिंक या पीडीएफ पर क्लिक न करें।

– अनजान नंबर के वीडियो कॉल को रिसीव न करें।

– ईमेल में आए अटैचमेंट या लिंक को ओपन न करें।

– लालच में न फंसे।

– अपनी व्‍यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक डिटेल, सीवीवी, जन्मतिथि, ओटीपी किसी अपरिचित के साथ शेयर न करें।

– आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे सरकारी कागजात को सुरक्षित स्‍थान पर रखें।

– अपने कार्ड में हमेशा लिमिट चसेट कीजिए।

– हमेशा मजबूत पासवर्ड रखें।

यदि फ्रॉड के शिकार हो गए हैं, तो ये करें

एक्‍सपर्ट की राय

सेंटर फॉर रिसर्च ऑन साइबर क्राइम एंड साइबर लॉ के चेयरमैन और साइबर एक्‍सपर्ट अनुज अग्रवाल कहते हैं, “यदि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने के लिए आपसे कहा जाता है, तो सावधान रहने की आवश्‍यकता है। इसके अलावा यदि किसी भी मैसेज या कॉल के जरिए आपसे पैसे की मांग की जाती है, तो तुरंत पुलिस में शिकायत करें। घबराने की जरूरत नहीं है।”

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