Fact Check: डीप फेक की मदद से बनाया गया आलिया भट्ट के नाम से वायरल वीडियो 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि आलिया भट्ट का वायरल वीडियो डीप फेक है। वीडियो को डीप फेक ऐप  की मदद से बनाया गया है। डीप फेक वास्तव में सिंथेटिक या कृत्रिम मीडिया होता है। डीप फेक एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से असली वीडियो या तस्वीर को बदला जा सकता है। इसकी मदद से असली तस्वीर या वीडियो को किसी अन्य शख्स के फेस के साथ स्वैप कर दिया जाता है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक महिला का आपत्तिजनक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला का चेहरा अभिनेत्री आलिया भट्ट जैसा दिख रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अभिनेत्री आलिया भट्ट का लीक वीडियो है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि  वायरल वीडियो डीप फेक है। वीडियो को डीप फेक ऐप  की मदद से बनाया गया है। डीप फेक वास्तव में सिंथेटिक या कृत्रिम मीडिया होता है। डीप फेक एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से असली वीडियो या तस्वीर को बदला जा सकता है। इसकी मदद से असली तस्वीर या वीडियो को किसी अन्य शख्स के फेस के साथ स्वैप कर दिया जाता है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘वायरल मीडिया’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “आलिया भट्ट, आज की बेस्ट फोटो।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वीडियो को करीब से देखने पर हमें  कई खामियां दिखाई दीं, जिससे पता चला कि वीडियो असली नहीं है। वीडियो में आलिया भट्ट के होंठों की हरकत स्वाभाविक नहीं लग रही है। साथ ही, वीडियो में कई बिंदुओं पर महिला के चेहरे के किनारों के आसपास कुछ कमियां दिखाई दे रही हैं, जिससे पता चलता है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है।

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें असली वीडियो अजय कुमार नामक एक एक्स यूजर के अकाउंट पर मिला। यूजर ने असली और डीप फेक वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, आलिया भट्ट का ये डीपफेक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें आलिया भट्ट शिकार बनती नजर आ रही हैं। इन साइटों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। क्योंकि इससे किसी की भी बदनामी हो सकती है। इसलिए मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि ऐसी साइटों पर प्रतिबंध लगाया जाए।

लाइव मिंट की वेबसाइट पर 27 नवंबर 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, आलिया भट्ट ने डीप फेक वीडियो को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

दोनों के बीच के अंत को यहां पर देखें।

वायरल वीडियो को लेकर हमने मुंबई में एंटरटेनमेंट के सीनियर जर्नलिस्ट पराग छापेकर से बातचीत की। उनका कहना है, “इस वीडियो डीप फेक है। आजकल अभिनेत्रियों के इस तरीके के डीप फेक वीडियो काफी सामने आ रहे हैं। काजल और रश्मिका मंदाना भी डीप फेक का शिकार हो चुकी हैं।”

डीप फेक के बारे में जानने के लिए हमने एआई एक्सपर्ट और एआई पर काम करने वाले अमर सिन्हा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, आजकल कई ऐसे टूल्स मौजूद हैं, जिनकी मदद से बड़ी ही आसानी से एआई इमेज या फिर डीप फेक वीडियो बनाए जा सकते हैं। यह वीडियो डीप फेक टूल की मदद से बनाया गया है। चेहरे की बनावट को देखकर समझा जा सकता है कि यह फेक है और चेहरे को बदला गया है। क्योंकि आजकल मार्केट में काफी टूल्स आ गए हैं। इसलिए ऐसे वीडियो बनान काफी आसान हो गया है। यही कारण है कि लोगो को गुमराह करने के लिए इस तरह के फेक वीडियो को बनाया जा रहा है। मशहूर शख्सियतों डीप फेक का शिकार हो रही हैं।

हमने एक अन्य एआई रिसर्चर डॉ. अज़हर मचावे से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उनका कहना है,“इस वीडियो एक-एक उदाहरण है जेनरेटिव एआई का। इसमें जेनरेटिव एआई की मदद से फेस ओवरलेप किया गया है। वीडियो में असली चेहरे को एक मशहूर एक्ट्रेस के चेहरे से बदल दिया गया है। हम चेहरे के किनारे पर खामियां देख सकते हैं, विशेष रूप से जबड़े और कानों के आसपास, कुछ फ़्रेमों में जहां धुंधलापन चेहरे के ओवरलेप की विफलता का संकेत देता है। ये बदले गए वीडियो के सामान्य लक्षण हैं। दो चेहरे कभी भी एक जैसे नहीं होते हैं। अभी यह बात समझने में एआई को समय लगेगा। यह चेहरे को मोटामोटी  बदल देता है, लेकिन किनारे पर बारीक बदलाव नहीं कर पाता है, खासकर जब चेहरा इधर-उधर घूम रहा हो। गुणवत्ता में हर दिन सुधार हो रहा है। ऐसे में  यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह फाइन ट्यूनिंग कर सकता है, विशेष रूप से वीडियो में ऐसा करना बहुत कठिन चुनौती है।”

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 138 लोग फॉलो करते हैं। यूजर सेलिब्रिटी से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि आलिया भट्ट का वायरल वीडियो डीप फेक है। वीडियो को डीप फेक ऐप  की मदद से बनाया गया है। डीप फेक वास्तव में सिंथेटिक या कृत्रिम मीडिया होता है। डीप फेक एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से असली वीडियो या तस्वीर को बदला जा सकता है। इसकी मदद से असली तस्वीर या वीडियो को किसी अन्य शख्स के फेस के साथ स्वैप कर दिया जाता है। 

False
Symbols that define nature of fake news
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