विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो साल 2021 का है, जिसे अब हालिया बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश के बांदा में पीईटी की परीक्षा देते दो सॉल्वर समेत चार लोग गिरफ्तार किये गए। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक व्यक्ति ने अपने सिर पर एक विग पहनी हुई है और साथ ही ईयरफोन भी लगा रखे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि सुरक्षाकर्मी को उसके कान के अंदर दो एयरपॉड्स भी मिले हैं। कुछ यूजर्स इस वीडियो को हाल का बताकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो साल 2021 का है। जब यूपी में सब इंस्पेक्टर की लिखित परीक्षा देने आए एक युवक को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा था, जिसे अब हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है। वीडियो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर ‘Dhamaka news’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “हम तो सोचते थे की पढ़ाई में बहुत कंपटीशन है यहां तो नकलचियों ने लंका लगा के रखा है
अब योगी जी भी क्या करें इतने सातिर है नकलची प्रदेश में #up police #UttarPradeshNews”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
हाल ही में बांदा जिले में हुई पीईटी परीक्षा में नकल करने को लेकर कई मामले सामने आए। हालांकि, वायरल वीडियो का हालिया मामलों से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो कि पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। हमें वीडियो से जुड़ी खबर कई न्यूज वेबसाइट पर मिली। दैनिक जागरण इंग्लिश की वेबसाइट पर 22 दिसंबर 2021 को वायरल वीडियो से जुड़ी खबर प्रकाशित मिली। खबर में वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, “सरकारी परीक्षा में नकल करने वाले एक छात्र के इसी तरह के मामले ने सुर्खियां बटोरीं, क्योंकि अभ्यर्थी ने परीक्षा में नकल करने के लिए विग के अंदर एक हाई-टेक ब्लूटूथ वायरलेस सेट छुपाया था।”
सर्च के दौरान हमें पीटीसी न्यूज की वेबसाइट पर भी 22 दिसंबर 2021 को वीडियो से जुड़ी खबर मिली।
IPS अधिकारी रूपिन शर्मा ने भी एक्स हैंडल से वायरल वीडियो शेयर किया था। 21 दिसंबर 2021 को शेयर किए गए वीडियो के साथ बताया गया, “#UttarPradesh mein Sub-Inspector की EXAM mein #CHEATING #nakal के शानदार जुगाड़”
वीडियो से जुड़ी कई अन्य खबरों को यहां पढ़ा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण कानपूर के आउटपुट हेड दिवाकर मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि हाल में ऐसे कई मामले सामने आये हैं। पर वायरल वीडियो हाल का नहीं है। यह मामला पुराना है।
पड़ताल के अंत में हमने पुराने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर एक विचाधारा से प्रभावित है। यूजर ने ज्यादातर राजनीति से जुड़ी पोस्ट शेयर की हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो साल 2021 का है, जिसे अब हालिया बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।