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Fact Check: सिर पर भार उठाने के बारे में बात करता किताब का चैप्टर बिहार बोर्ड से संबंधित नहीं है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह चैप्टर बिहार बोर्ड की किसी किताब का नहीं, अफ्रीका की एक किताब का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज) सोशल मीडिया पर एक पोस्ट इस दावे के साथ वायरल हो रही है, जिसमें एक किताब के चैप्टर में एक इंसान के सिर का काम भार  उठाना बताया गया है। पोस्ट को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है, “यह इस चैप्टर के जरिये बिहार सरकार बच्चों के दिमाग में डाल रही है कि आप ‘मजदूर’ हैं।”

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह चैप्टर बिहार बोर्ड की किसी किताब का नहीं, अफ्रीका की एक किताब का है।

क्या हो रहा है वायरल?

अधिवक्ता प्रदीप गौतम (Adv Pradeep Gautam) नाम के फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को 2 अक्टूबर को शेयर किया। साथ शेयर की गयी तस्वीर में एक किताब का पन्ना है जिसमें शरीर के अंगों के काम बताये गए हों और साथ में एक बच्चे की तस्वीर बना कर लिखा है कि सर का काम बोझा उठाना है। साथ में यूजर ने लिखा है “Bihar govt is teaching this in the textbook. The function of Head: For Carrying Load. So, Bihar govt putting in children’s mind that you are ‘LABORER'” (बिहार सरकार पाठ्यपुस्तक में यह पढ़ा रही है. सिर का कार्य: भार वहन करना। इसलिए, बिहार सरकार बच्चों के दिमाग में यह बात डाल रही है कि आप ‘मजदूर’ हैं।”)

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहाँ पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले  तस्वीर को गूगल लेंस पर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह तस्वीर 2016 की कई फेसबुक पोस्ट्स में मिली। यहाँ इसे अफ्रीका का बताया जा रहा था।

यहाँ से  क्लू लेते हुए कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर हमें इस मामले में एक खबर अफ्रीका के देश घाना की एक लोकल वेबसाइट पल्स डॉट कॉम पर 1 अप्रैल 2016 में पब्लिश मिली। खबर में लिखा था- The Ghana Education Service has defended the classification of the human head in a textbook as a part of the human body used for carrying loads. The classification has received a lot of backlash from social media, with the Vice President of IMANI Ghana, Kofi Bentil, calling for an immediate withdrawal of the books from the primary schools. But in an interview with Pulse com gh, the Public Relations Officer of the Ghana Education Service, Rev Jonathan Bettey said there was nothing wrong with the textbook. (घाना शिक्षा सेवा ने एक पाठ्यपुस्तक में मानव सिर को भार उठाने के लिए उपयोग किए जाने वाले मानव शरीर के एक हिस्से के रूप में वर्गीकृत करने का बचाव किया है। इस वर्गीकरण को सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया मिली है, IMANI घाना के उपाध्यक्ष कोफी बेंटिल ने प्राथमिक विद्यालयों से पुस्तकों को तत्काल वापस लेने का आह्वान किया है। लेकिन पल्स.कॉम.जीएच के साथ एक साक्षात्कार में घाना शिक्षा सेवा के जनसंपर्क अधिकारी रेव जोनाथन बेट्टी ने कहा कि पाठ्यपुस्तक में कुछ भी गलत नहीं है।)

खबर के अनुसार, यह चैप्टर को जोसेफ अल्बर्ट क्वार्म द्वारा लिखित ‘प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्राकृतिक विज्ञान – विद्यार्थियों की पुस्तक 1’ के एक चैप्टर में है।

हमें पल्स डॉट कॉम पर इस खबर को लेकर और भी कई फॉलोअप  खबरें मिलीं, जिन्हें यहाँ पढ़ा जा सकता है।

किताब के इस चैप्टर के बारे में एक खबर घाना वेब डॉट कॉम पर भी 5 अप्रैल 2016 को पब्लिश मिली।

हमने इस विषय में पटना में एजुकेशन बीट कवर करने वाले दैनिक जागरण के रिपोर्टर नीरज कांत से बात की। उन्होंने बताया कि तस्वीर बिहार बोर्ड की किसी किताब की नहीं है। अगर ये यहाँ की किसी किताब की होती तो  इसे लेकर चर्चा जरूर हुई होती मगर ऐसा कुछ उनके सामने नहीं आया।

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर Adv Pradeep Gautam नाम का फेसबुक यूजर ने शेयर किया। इस यूजर के प्रोफाइल के अनुसार, वे दिल्ली हाई कोर्ट में वकील हैं और फेसबुक पर उनके 5000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह चैप्टर बिहार बोर्ड की किसी किताब का नहीं, अफ्रीका की एक किताब का है।

  • Claim Review : बिहार सरकार स्कूल में यही पढ़ रही है। सिर का कार्य: भार उठाना।
  • Claimed By : Facebook user Adv Pradeep Gautam
  • Fact Check : झूठ
झूठ
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