Fact Check: इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करते अल्फाबेट इंक के CEO पिचाई का वायरल वीडियो क्लिप डीपफेक है
गूगल इन्वेस्ट नाम के फेक व काल्पनिक निवेश प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अल्फाबेट इंक के सीईओ सुंदर पिचाई का वीडियो डीपफेक है। ऑरिजिनल वीडियो 2020 का है, जिसमें सुंदर पिचाई ने क्लास 2020 यानी 2020 में ग्रैजुएट होने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए अपने संघर्ष के अनुभव और सीख को साझा किया था। उनके इस वीडियो क्लिप में सुंदर पिचाई की आवाज वाले सिंथेटिक एआई ऑडियो क्लिप को जोड़कर इस डीपफेक वीडियो को बनाया गया है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Sep 5, 2024 at 07:00 PM
- Updated: Sep 17, 2024 at 11:14 AM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई यूजर्स अल्फाबेट इंक के सीईओ सुंदर पिचाई के वीडियो को शेयर कर रहे हैं, जिसमें उन्हें ‘गूगल इन्वेस्ट’ प्लेटफॉर्म के जरिए 20 हजार रुपये के न्यूनतम निवेश के साथ प्रति महीने 18 लाख रुपये की कमाई करने का टिप्स देते हुए सुना जा सकता है। लिमिटेड संख्या में उपलब्ध सीटों का हवाला देते हुए वीडियो में एक लिंक के जरिए जल्द से जल्द साइन अप करने की सलाह दी जा रही है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया किइन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करते हुए अल्फाबेट इंक के सीईओ सुंदर पिचाई का यह वीडियो ऑरिजिनल नहीं, बल्कि डीपफेक है। यह डीपफेक वीडियो 2020 में रिकॉर्ड किए गए उनके ऑरिजिनल वीडियो के विजुअल का इस्तेमाल कर बनाया गया है, जिसमें उन्होंने 2020 में ग्रैजुएट होने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए अपनी सीख और अपने अनुभव को साझा किया था।
क्या है वायरल?
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
जांच की शुरुआत करने से पहले हमने इस वीडियो को गौर से देखा और पाया कि वीडियो के विजुअल और ऑडियो में सिंक यानी तालमेल की कमी है। बोले जा रहे शब्द सुंदर पिचाई के हावभाव से मेल नहीं खा रहे हैं। दूसरा वह जिस प्रोडक्ट (गूगल इन्वेस्ट) की बात कर रहे हैं, वैसा कोई प्रोडक्ट मौजूद नहीं है। साथ ही अल्फाबेट इंक (गूगल का मालिकाना हक रखने वाली वाली कंपनी) के सीईओ के तौर पर किसी प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को पैसा कमाने की टिप्स देना बेतुका नजर आता है।
इससे पहले भी मुकेश अंबानी, अनंत अंबानी समेत अन्य कई भारतीय दिग्गज कॉरपोरेट का ऐसा डीपफेक वीडियो वायरल हो चुका है और इस आधार पर हमने वायरल वीडियो क्लिप के ऑरिजिनल वीडियो को ढूंढने की कोशिश की। सर्च में हमें यह वीडियो ‘Thats My Child’ नाम के फेसबुक पेज पर मिला, जिसे 10 जून 2020 को शेयर किय गया है।
वीडियो में इसे रिकॉर्ड किए जाने की तारीख का भी जिक्र है, जिसे सुंदर पिचाई ने अपने घर के परिसर में 22 मई 2020 को रिकॉर्ड किया था। इस वीडियो में क्लास 2020 यानी 2020 में ग्रैजुएट होने वाली युवा पीढ़ी को संबोधित करते हुए उनका उत्साहवर्द्धन किया था और ऐसा करते हुए उन्होंने अपने स्ट्रगल समेत अलग-अलग पीढ़ियों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि 1920 की क्लास जब ग्रैजुएट हो रही थी, तो वह वक्त महामारी का था. 1970 की क्लास जब ग्रैजुएट हो रही थी, तब वियतनाम युद्ध चल रहा था और 2001 की क्लास 9/11 के अमेरिकी हमले से ठीक पहले ग्रैजुएट हुई थी और आखिरकार इन सभी पीढ़ियों ने अपने समक्ष आने वाली चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया और 2020 क्लास भी ऐसा करने में सफल होगी।
कई यूजर्स ने भी इस वीडियो को समान संदर्भ में शेयर किया है, जिसमें पिचाई ने अपने करियर के संघर्षों के बारे में भी बताया था।
अब तक की जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो क्लिप क्रिएटेड है, क्योंकि इसमें जिस विजुअल का इस्तेमाल किया गया है, वह 2020 में ‘क्लास 2020’ को संबोधित करते हुए रिकॉर्ड किया गया वीडियो है। इसके बाद हमने वायरल वीडियो क्लिप के एआई से बने होने की संभावनाओं को चेक किया। वायरल वीडियो के ऑडियो को हमने लोकस.एआई की मदद से चेक किया और पाया कि इसके एआई से बने होने की संभावना सर्वाधिक है।
वीडियो को लेकर हमारे पार्टनर डीएयू (एमसीए की पहल) ने इलेवनलैब्स से संपर्क किया और उन्होंने वीडियो की जांच करने के बाद पुष्टि करते हुए बताया कि इसमें इस्तेमाल किया गया ऑडियो सिथेंटिक है यानी इसे एआई की मदद से तैयार कर जोड़ा गया है। अतिरिक्त पुष्टि के लिए डीएयू ने इस वीडियो को ग्लोबल ऑनलाइन डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम (जीओडीडीएस) से संपर्क किया और उन्होंने भी अपनी जांच में इस वीडियो के एआई की मदद से बने होने की संभावना जाहिर की।
डीएयू ने इस वीडियो को ट्रूमीडिया के जरिए चेक किया और उनके एनालिसिस में ऑरिजिनल क्लिप में व्यापक छेड़छाड़ की पुष्टि हुई। समग्र एनालिसिस में 100 फीसदी का कॉन्फिडेंस स्कोर के साथ इस वीडियो के सिंथेटिक मीडिया होने की पुष्टि हुई।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करता हुआ सुंदर पिचाई का वीडियो डीपफेक है। इससे पहले मुकेश अंबानी और अनंत अंबानी का भी ऐसा ही डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करते हुए नजर आ रहे थे। इन फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: गूगल इन्वेस्ट नाम के फेक व काल्पनिक निवेश प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करने के दावे के साथ वायरल हो रहा अल्फाबेट इंक के सीईओ सुंदर पिचाई का वीडियो डीपफेक है। ऑरिजिनल वीडियो 2020 का है, जिसमें सुंदर पिचाई ने क्लास 2020 यानी 2020 में ग्रैजुएट होने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए अपने संघर्ष के अनुभव और सीख को साझा किया था। उनके इस वीडियो क्लिप में सुंदर पिचाई की आवाज वाले सिंथेटिक एआई ऑडियो क्लिप को जोड़कर इस डीपफेक वीडियो को बनाया गया है।
- Claim Review : 'गूगल इन्वेस्ट' प्लेटफॉर्म को प्रोमोट करते सुंंदर पिचाई।
- Claimed By : Tipline User
- Fact Check : झूठ
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