Fact Check : बाढ़ से जूझते शख्स की यह तस्वीर एआई निर्मित

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बाढ़ में बच्चे को हाथ में थामें खड़े शख्स की वायरल तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है। हालांकि, बांग्लादेश में बाढ़ की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बाढ़ पीड़ितों की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, लेकिन यह तस्वीर एआई की मदद से बनाई गई है।

Fact Check : बाढ़ से जूझते शख्स की यह तस्वीर एआई निर्मित

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर बाढ़ के पानी में एक बच्चे को गोद में उठाये शख्स की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह बांग्लादेश में आई बाढ़ की तस्वीर है। वहीं, कई यूजर्स इसे मणिपुर में आई बाढ़ की तस्वीर बता रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है। हालांकि, बांग्लादेश में बाढ़ की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बाढ़ पीड़ितों की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, लेकिन यह तस्वीर एआई की मदद से बनाई गई है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर मोईन विद्यार्थी  ने 27 अगस्त 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बाढ़ का पानी डैम खोलकर बांग्लादेश के लिए छोड़ा था पर मणिपुर भी उसका शिकार हो गया। बांग्लादेश दूसरा देश है वहां क्या हो रहा है क्या नहीं इससे ज़्यादा फ़र्क़ मुझे इस बात से पड़ता है मेरे अपने देश में क्या हो रहा है। सभी मणिपुर के लिए प्रार्थना करें।” 

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

अन्य फेसबुक यूजर हिंदी स्टेट ने 26 अगस्त 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “यह फोटो AI द्वारा नहीं बनाई गई है। यह बांग्लादेश में बाढ़ से प्रभावित लोगों की वास्तविक स्थिति है। उनकी दर्दनाक स्थिति को समझें और मदद के लिए आगे आएं।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल तस्वीर में शख्स ने जिस तरीके से बच्चे को बाढ़ के पानी में थामा हुआ है। इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तस्वीर को एआई की मदद से बनाया गया है। सच्चाई जानने के लिए हमने एआई टूल्स का इस्तेमाल किया। हमने हाइव मोडरेशन की मदद से वायरल तस्वीर को सर्च किया। टूल ने तस्वीर को 98 फीसदी तक एआई द्वारा निर्मित बताया है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एक अन्य टूल हगिंग फेस  का इस्तेमाल किया। इस टूल ने भी तस्वीर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया हुआ बताया। टूल के अनुसार, 99 फीसदी तस्वीर को एआई की मदद से बनाया गया है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने कीवर्ड्स और कई अन्य टूल्स की मदद से तस्वीर के बारे में सर्च करना शुरू किया, लेकिन हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली। हमने दो अन्य टूल Sightengine और brandwell पर भी तस्वीर को सर्च किया। इन टूल्स ने भी 99 फीसदी तस्वीर को एआई निर्मित बताया।

अधिक जानकारी के लिए हमने एआई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर एआई निर्मित है। 

अंत में हमने फोटो को गलत दावा के साथ शेयर करने वाले यूजर मोईन विद्यार्थी के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 240 फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर यूजर ने खुद को दिल्ली का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बाढ़ में बच्चे को हाथ में थामें खड़े शख्स की वायरल तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है। हालांकि, बांग्लादेश में बाढ़ की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बाढ़ पीड़ितों की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, लेकिन यह तस्वीर एआई की मदद से बनाई गई है।

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