Fact Check: महिला और बच्चे की वायरल हो रही तस्वीर असली नहीं, AI क्रिएटेड है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। तस्वीर में नजर आ रही महिला और बच्चा असली नहीं, बल्कि एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाए गए हैं। कुछ यूजर्स इसे असली समझ के शेयर कर रहे हैं।

Fact Check: महिला और बच्चे की वायरल हो रही तस्वीर असली नहीं, AI क्रिएटेड है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक औरत को एक छोटे बच्चे के साथ कीचड़ में सोते हुए देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस तस्वीर को असली तस्वीर समझकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा गलत निकला। वायरल तस्वीर असली नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से तैयार की गई है। लोग तस्वीर को असली समझ के शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया यूजर ‘Kawaljit Kaur ’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए पंजाबी में कैप्शन लिखा है। जिसका हिंदी अनुवाद है : आज 8 मार्च को महिला दिवस होता है। इस तस्वीर में भी औरत है देख के कौन कहेगा ??? Happy Women’s Day पर बच्चों के लिए एक मां धरती पर भगवान से कम भी नहीं।

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को अलग-अलग दावों के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने इस फोटो को गौर से देखा। तस्वीर में नजर आ रही औरत के पैर की उंगलियां 6 हैं और इनकी बनावट भी अलग दिख रही है,जो इसके एआई से बने होने का संकेत देती है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एआई टूल की मदद से तस्वीर को चेक किया। हमने तस्वीर को हाइव मॉडरेशन टूल पर अपलोड किया, इसमें इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 99.9% निकली।

हमने एक अन्य टूल contentatscale.ai पर भी इस तस्वीर को चेक किया। यहां इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 80% निकली।

तस्वीर को लेकर हमने एआई एक्सपर्ट अमर सिन्हा से संपर्क किया। उन्होंने भी पुष्टि करते हुए बताया, “यह एआई जेनरेटेड तस्वीर है।”

सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली एआई क्रिएटेड तस्वीरों और डीपफेक वीडियोज  की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज के एआई चेक सेक्शन में विस्तार से पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को अमृतसर का रहने वाला बताया हुआ है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। तस्वीर में नजर आ रही महिला और बच्चा असली नहीं, बल्कि एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाए गए हैं। कुछ यूजर्स इसे असली समझ के शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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