Fact Check : आम से लदे पेड़ की यह इमेज AI टूल की मदद से बनाई गई है, असली समझ की जा रही शेयर

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच में पाया कि वायरल की जा रही आम के पेड़ की तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि एआई निर्मित है। जिसे कुछ लोग असली फोटो समझ शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स की मदद से बनाई गईं तस्‍वीरें वायरल होती रहती हैं। जिन्हे लोग असली समझ के शेयर करते हैं। अब इसी कड़ी में एक आम के पेड़ की तस्‍वीर वायरल हो रही है। जिसमें पेड़ पर बहुत सारे आम लगे हुए दिखाए गए हैं। यूजर्स इस फोटो को असली समझकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि वायरल तस्वीर असली नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई है। लोग तस्वीर को असली समझ के शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Mahesh Parmar’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “एक्टर होता तो सभी लाईक करते मेहनती किसान को कोई लाइक नही करता।”

सोशल मीडिया कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल तस्वीर को देखने से ही यह स्वाभाविक नजर नहीं आ रही है, पेड़ के पत्ते और आस-पास की जमीन अलग दिखाई दे रही है। जिससे इसके एआई (AI) से बने होने का संकेत मिलता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने इस तस्वीर को एआई की मदद से बनी तस्वीरों को चेक करने वाले टूल की मदद से चेक किया। एआई डिटेक्टर टूल हाइव मॉडरेशन में इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना करीब 99.9% फीसदी आई।

वायरल तस्वीर को हमने एक अन्य एआई टूल ‘isitai.com’ पर भी चेक किया और यहां मिले नतीजे के मुताबिक, यह फोटो 98.00% एआई के जरिये बनी हुई है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रही तस्वीर वास्तविक नहीं है, बल्कि एआई टूल की मदद से बनाई गई है। पुष्टि के लिए हमने एआई आर्टिस्ट भार्गव वलेरा से संपर्क कर उनको वायरल तस्वीर भेजी। उनका कहना है, “ये एआई जेनरेटेड इमेज हैं। ये असली नहीं हैं।”

 एआई से जुड़ी अन्य फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के एआई चेक सेक्शन में विस्तार से पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में हमने एआई जेनरेटेड इमेज को असली समझ शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर के फेसबुक पर 589K फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने जांच में पाया कि वायरल की जा रही आम के पेड़ की तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि एआई निर्मित है। जिसे कुछ लोग असली फोटो समझ शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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