Fact Check: मुकेश अंबानी को 900 साल पुरानी सोने की खदान मिलने का दावा गलत, वायरल तस्वीर एआई क्रिएटेड

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि 900 साल पुराना सोने की खदान के मिलने का वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर असली खोज की नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि मुंबई में खुदाई में मुकेश अंबानी को 900 साल पुराना सोने की खदान मिली है। इस सोने की खदान की कीमत करीब 900 करोड़ रुपये बताई जा रही है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर असली खोज की नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है।

क्या हो रहा है वायरल ?

इंस्टाग्राम यूजर ने mr_dilkush_meena_08 ने 5 नवंबर 2024 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुकेश अंबानी ने सोने का कुआं मिल गया 900 साल पुराना कुआं मुंबई के राजनीतिक स्थान पर मिला लगभग 900 करोड रुपए हैं।”

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। 

हमने रिलायंस की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर जाकर इस बारे में सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई जानकारी वहां पर नहीं मिली। हमें तस्वीर के एआई होने का संदेह हुआ। ऐसे में हमने सच्चाई जानने के लिए एआई टूल्स का सहारा लिया। 

हमने हमने एआई टूल साइट इंजन की मदद से फोटो को सर्च किया। हमने फोटो को टूल में अपलोड किया। मौजूद जानकारी के मुताबिक, तस्वीर 98 फीसदी तक एआई जेनरेटेड  है। 

हमने एक अन्य टूल हाइव मॉडरेशन की मदद से भी तस्वीर को सर्च किया। इस टूल ने भी तस्वीर को 99 फीसदी तक एआई जेनरेटेड  बताया है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने मुंबई के मिड-डे के सीनियर रिपोर्टर समीउल्लाह खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह दावा फर्जी है। यहां पर ऐसी कोई सोने की खान, कुआं या पिलर नहीं मिला है।

हमने एआई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि तस्वीर को एआई की मदद से बनाया गया है। 

अंत में हमने वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर इसी तरह के फर्जी दावों को शेयर करता है। यूजर को करीब 50 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि 900 साल पुराना सोने की खदान के मिलने का वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर असली खोज की नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट