Fact Check: ‘यंग रतन टाटा’ के ऑफिस जाने के दावे से वायरल हो रही तस्वीर असली नहीं, बल्कि AI क्रिएटेड है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह रतन टाटा की असली तस्वीर नहीं है। इस फोटो को AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। देश के बड़े उद्योगपति रतन टाटा की पिछले दिनों मुंबई के अस्पताल में हुई मौत के बाद से उनसे जुड़ी सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही हैं। इसी कड़ी में एक फोटो वायरल हो रही, जिसमें एक शख्स को साइकिल पर देखा जा  सकता है। वायरल फोटो को असली समझकर  अलग- अलग प्लेटफॉर्म  पर शेयर किया जा रहा है, वहीं यूजर दावा कर रहे हैं कि यह रतन टाटा के काम उम्र  की तस्वीर है, जब वह यंग थे। इस फोटो के साथ यह भी दावा किया जा रहा है कि यह फोटो रतन टाटा के ऑफिस जाने के दौरान की है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह रतन टाटा की असली तस्वीर नहीं है। इस फोटो को AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “यंग रतन टाटा ऑफिस जाते हुए।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए हमने सबसे पहले वायरल की जा रही तस्वीर को गौर से देखा। तस्वीर में हमें कुछ कमियां नजर आयीं, जिससे हमें संदेह हुआ कि फोटो एआई के जरिये तैयार की गई है।

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और इस वायरल फोटो को एआई तस्वीर की पहचान करने वाले टूल हाइव मॉडरेशन पर अपलोड किया। यहां मिले नतीजों के मुताबिक, यह 96.3% एआई के जरिये बनाई गई है।

वहीं, इस फोटो को हमने एक दूसरे एआई कॉन्सेप्ट टेस्टिंग टूल ‘साइट  इंजन’ पर भी अपलोड किया। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ये फोटो 99 फीसद AI है।

वायरल तस्वीर में ‘सारकास्म’ लिखा हुआ नजर आरहा है, इसी सर्च में हमें फेसबुक पर ‘सारकास्म’ नाम के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर पहुंचे। यहां हमें वायरल तस्वीर 10 अक्टूबर को अपलोड हुई मिली। वहीं इस पेज के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो क्रिएटर हैं। वहीं इस पेज को 41 मिलियन यानी चार करोड़ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

हमने वायरल तस्वीर की पुष्टि करने के लिए एआई विशेषज्ञ भार्गव वलेरा से संपर्क किया और उनके साथ वायरल पोस्ट शेयर की। उन्होंने हमें बताया कि यह फोटो एआई के जरिये तैयार की गई है।

इससे पहले भी विश्वास न्यूज़ रतन टाटा के हवाले से वायरल हो चुकी कई भ्रामक पोस्ट का फैक्ट चेक कर चुका है, हमारे फैक्ट चेक का कंपाइलेशन यहां पढ़ा जा सकता है।

सोशल मीडिया पर अक्सर ही एआई तस्वीरें असली समझते हुए वायरल होती रहती हैं, जिनका वक्त- वक्त पर विश्वास न्यूज़ के जरिये फैक्ट चेक भी किया जाता है। इन तमाम खबरों को हमारे ‘AI चेक‘ कैटेगरी में पढ़ा जा सकता है।

फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 9 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह रतन टाटा की असली तस्वीर नहीं है। इस फोटो को AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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