श्रीलंका में कुंभकर्ण की तलवार मिलने के दावे के साथ वायरल वीडियो एआई निर्मित तस्वीरों से बनाया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कुंभकरण की तलवार से नाम से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें चार तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। तस्वीरों के आधार पर बने इस वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि श्रीलंका में कुंभकर्ण की तलवार मिली है।
विश्वास न्यूज की जांच में पता चला है कि श्रीलंका में कुंभकर्ण की तलवार मिलने का दावा झूठा है। वीडियो को एआई निर्मित तस्वीरों का इस्तेमाल कर बनाया गया है।
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया।
फेसबुक यूजर Lakshmi Tripathi ने 28 अक्टूबर को वीडियो को पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,
“श्रीलंका में मिली कुंभकर्ण की तलवार रामायण कोई मिथक नहीं है”
वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके।
इसके बाद हमने वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें तलवारों की तस्वीरें अलग-अलग हैं। किसी व्यक्ति का चेहरा भी साफ नहीं है।
हमने वीडियो की चारों तस्वीरों को अलग-अलग एआई डिटेक्शन टूल ट्रू मीडिया से चेक किया। इसमें चारों तस्वीरों के एआई निर्मित होने की संभावना जताई गई।
इसके बाद हमने इन तस्वीरों को एआई डिटेक्शन टूल इल्यूमिनार्ती से चेक किया। इसमें पहली तस्वीर 93 फीसदी, दूसरी 57 फीसदी से ज्यादा, तीसरी 35 फीसदी और चौथी के 63 फीसदी एआई निर्मित होने की संभावना जताई गई।
हमने इसकी अधिक जानकारी के लिए श्रीलंका के जर्नलिस्ट एपी माथन से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उन्होंने कहा कि यह फर्जी है। यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ है। यह वीडियो एआई निर्मित तस्वीरों से बनाया गया है।
वीडियो को असली समझकर शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। गोरखपुर की रहने वाली यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।
निष्कर्ष: श्रीलंका में कुंभकर्ण की तलवार मिलने के दावे के साथ वायरल वीडियो एआई निर्मित तस्वीरों से बनाया गया है।
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