बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच अल्पसंख्यकों से जोड़ते हुए शेयर की जा रही बच्चों की यह तस्वीर एआई निर्मित है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही हैं। इनमें से एक पोस्ट में दो रोते हुए बच्चों की तस्वीर है। कुछ यूजर्स इस तस्वीर को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों से जोड़कर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर एआई निर्मित है। इसे एआई टूल की मदद से बनाया गया है।
इंस्टाग्राम यूजर kattar_hindu_vishu (आर्काइव लिंक) ने इस तस्वीर को 8 अगस्त को शेयर करते हुए लिखा,
“बांग्लादेश में हिंदुओं को बचाएं…!”
वायरल तस्वीर में बच्चों के चेहरों पर काफी ब्राइटनेस है। साथ ही दोनों बच्चों के चेहरे देखने पर इनके एआई निर्मित होने का संदेह होता है।
वायरल तस्वीर को एआई इमेज डिटेक्शन टूल इजइटएआई से चेक किया। इसमें फोटो के एआई निर्मित होने की संभावना 81 प्रतिशत जताई गई।
एआई इमेज डिटेक्शन टूल हाइव मॉडरेशन ने इस तस्वीर के एआई टूल से बने होने की संभावना 99 फीसदी से ज्यादा बताई।
इस बारे में एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा का कहना है कि वायरल तस्वीर एआई निर्मित है। यह वास्तविक नहीं है।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 9 अगस्त को छपी खबर के अनुसार, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में मुहम्मद यूनुस ने कमान संभाल ली है। इस बीच नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने लोगों से हिंसा रोकने की गुजारिश की। वहीं, पीएम मोदी ने यूनुस को बधाई देते हुए अंतरिम सरकार से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की उम्मीद जताई।
बांग्लादेश को लेकर इससे पहले भी कई पोस्ट वायरल हुई है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में इनमें से कुछ भ्रामक व फर्जी निकली थी। इनकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
एआई जेनरेटेड फोटो को शेयर करने वाले इंस्टाग्राम यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के 78 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच अल्पसंख्यकों से जोड़ते हुए शेयर की जा रही बच्चों की यह तस्वीर एआई निर्मित है।
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