Fact Check : रेत से बनी मशहूर हस्तियों की कलाकृतियों की ये तस्वीरें AI निर्मित हैं 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि रेत से बनी मशहूर हस्तियों की मूर्तियों की वायरल तस्वीरों को एआई की मदद से बनाया गया है। इन सभी तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जेनरेट कर बनाए गया है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर रेत से मशहूर हस्तियों की मूर्तियां बनाते हुए कुछ बच्चों की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में बच्चे पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, क्रिकेटर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और कैप्टन अभिनंदन वर्धमान की कलाकृतियों बनाते हुए नजर आ रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीरों को एआई की मदद से बनाया गया है। इन सभी तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जेनरेट कर बनाए गया है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर मा क्रिकेट वर्ल्ड ने 2 अप्रैल 2024 को महेंद्र सिंह धोनी की वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “सरकारी स्कूल के बच्चे ने बनाई बालू से धोनी की प्रतिमा, खूबसूरत लगे तो लाइक करे।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

फेसबुक यूजर क्रेज़ी एंटरटेनमेंट ने 9 अप्रैल 2024 को विराट कोहली की वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बच्चे की कलाकारी देख विराट कोहली हुवे भावुक….विराट कोहली के दोस्त ने रेत से बना दिया 3डी विराट कोहली जो बिल्कुल अविश्वसनी हे.।”

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फेसबुक यूजर सिद्धार्थ नगर Up55 ने 4 अप्रैल 2024 को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “रेत से बच्चे ने बनाई एपीजे अब्दुल कलाम की खूबसूरत छवि ..एक लाइक तो बनता है।”

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फेसबुक यूजर देसी पैहलवान ने 4 अप्रैल 2024 को कैप्टन अभिनंदन वर्धमान की वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “रेत से बच्चे ने बना दी विंग कमांडर अभिनंदनजी की खूबसूरत कलाकृति ..एक लाइक तो बनता है इसके लिए।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

पहली तस्वीर – 

महेंद्र सिंह धोनी की तस्वीर को गौर से देखने पर हमने पाया कि बच्चे की परछाई नहीं है। बच्चे की आंखें असमान है। फोटो की क्वालिटी भी काफी ज्यादा क्लियर है, जैसा कि अक्सर एआई इमेज में होता है। पीछे की तरफ एक शख्स रेत में बाइक चला रहा है और बाइक पर नंबर प्लेट भी मौजूद नहीं है। कमेंट सेक्शन में भी लोगों ने इसे एआई से बनाई गई तस्वीर बताया है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एआई डिटेक्टर टूल्स ‘कंटेंट एट स्केल’ और ‘हगिंग फेस’ टूल का इस्तेमाल किया। हमने इनकी मदद से तस्वीर को सर्च किया। दोनों ही टूल्स ने तस्वीर को 98 फीसदी एआई टूल की मदद से बनाई गई तस्वीर बताया है। 

दूसरी तस्वीर

इसी तरह क्रिकेटर विराट कोहली की भी ऐसी ही एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में भी लड़के की परछाई नहीं है। ऐसा अक्सर एआई की मदद से बनाई गई तस्वीरों में नजर आता है। 

हमने इस तस्वीर को भी एआई डिटेक्टर टूल्स ‘कंटेंट एट स्केल’ और ‘हगिंग फेस’ टूल के जरिए सर्च किया। दोनों ही टूल्स ने तस्वीर को 100 फीसदी तक एआई जेनरेटेड बताया है।

तीसरी तस्वीर

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीर को गौर से देखने पर हमने पाया कि बच्चे और मूर्ति दोनों की ही परछाई नहीं है। 

हमने एआई डिटेक्टर टूल्स ‘कंटेंट एट स्केल’ और ‘हगिंग फेस’ का इस्तेमाल किया। टूल्स ने तस्वीरों को 79 फीसदी तक एआई जेनरेटेड बताया। 

चौथी तस्वीर 

कैप्टन अभिनंदन वर्धमान की वायरल तस्वीर को जब हमने गौर से देखा तो पाया कि बच्चे की परछाई नहीं है। कमेंट में लोगों ने तस्वीर को एआई बताया है। यूजर की प्रोफाइल को खंगालने पर हमने पाया कि यूजर अक्सर इस तरह की एआई तस्वीर को शेयर करता रहता है। 

हमने इस तस्वीर को भी एआई डिटेक्टर टूल्स ‘कंटेंट एट स्केल’ और ‘हगिंग फेस’ की मदद से सर्च किया। टूल ने तस्वीर को करीब 99 फीसदी एआई जेनरेटेड बताया। 

इस बारे में हमने एआई एक्सपर्ट और ALTRD की फाउंडर गायत्री अग्रवाल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। इन तस्वीरों को देखकर भी समझा जा सकता है कि यह एआई टूल्स की मदद से बनाई गई हैं। कई तस्वीरों में बच्चों के चेहरों की बनावट काफी अजीब है, तो कई तस्वीरों में बच्चों के पैर अजीब तरह से मुड़े हुए हैं। एआई टूल की मदद से इस तरह की तस्वीरें बनाई जाती हैं, तो अक्सर ऐसी गलतियां तस्वीरों में नजर आती हैं। 

अंत में हमने धोनी की एआई तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर मा क्रिकेट वर्ल्ड के पेज को खंगालना शुरू किया। हमने पाया कि यूजर को 11 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर क्रिकेट से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि रेत से बनी मशहूर हस्तियों की कलाकृतियों की वायरल तस्वीरों को एआई की मदद से बनाया गया है। इन सभी तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जेनरेट कर बनाए गया है। 

False
Symbols that define nature of fake news
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